मुंबई में मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को हिंदी और पंजाबी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता और निर्माता धीरज कुमार का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। वह गंभीर निमोनिया से पीड़ित थे और आईसीयू में वेंटिलेटर पर थे। सोमवार को उनकी स्थिति गंभीर हो गई थी और मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
धीरज कुमार का फिल्मी सफर
धीरज कुमार ने 1965 में एक टैलेंट हंट प्रतियोगिता में फाइनलिस्ट बनकर अपने करियर की शुरुआत की थी। इस प्रतियोगिता में राजेश खन्ना और सुभाष घई जैसे दिग्गज भी शामिल थे। धीरज कुमार ने अपने लंबे करियर में हिंदी और पंजाबी दोनों सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
बॉलीवुड में योगदान
धीरज कुमार ने 1970 में फिल्म ‘रातों का राजा’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, जिसमें शत्रुघ्न सिन्हा भी थे। इसके बाद उन्होंने कई यादगार फिल्मों में काम किया:
- ‘हीरा पन्ना’ (1973)
- ‘रोटी कपड़ा और मकान’ (1974)
- ‘सरगम’ (1979)
- ‘क्रांति’ (1981)
- ‘स्वामी’, जिसमें प्रसिद्ध गीत ‘का करूं सजनी, आये ना बालम’ उन पर फिल्माया गया था
पंजाबी सिनेमा में योगदान
1970 से 1984 के बीच, धीरज कुमार ने 21 पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया और क्षेत्रीय सिनेमा में अपनी पहचान बनाई। उनकी पंजाबी फिल्मों ने उन्हें पंजाबी दर्शकों के बीच एक प्रमुख स्थान दिलाया।
टेलीविजन जगत में योगदान
सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं, धीरज कुमार एक सफल बिजनेसमैन भी थे। उन्होंने ‘क्रिएटिव आई’ नामक प्रोडक्शन हाउस की स्थापना की, जिसने कई लोकप्रिय टेलीविजन शो का निर्माण किया। अपने निधन तक वह इस कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर थे।
प्रमुख टेलीविजन शो
क्रिएटिव आई के बैनर तले धीरज कुमार ने कई हिट शो का निर्माण किया:
- ‘ॐ नमः शिवाय’ (1997) – भगवान शिव पर आधारित यह धारावाहिक बहुत लोकप्रिय हुआ
- ‘घर की लक्ष्मी बेटियां’ (2006) – परिवार आधारित इस शो ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया
- 2019 में ZEE5 वेब सीरीज ‘इश्क आज कल’ का निर्माण किया
धीरज कुमार का अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति
अस्पताल में भर्ती होने से पहले, धीरज कुमार ने नवी मुंबई के खारघर क्षेत्र में इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग लिया था। इस कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया और सनातन धर्म के प्रसार के लिए अपना समर्थन दिया था।
उन्होंने कहा था, “मैं यहां विनम्रता के साथ आया हूं। जबकि उन्होंने मुझे VVIP कहा, मेरा मानना है कि वास्तविक VVIP ईश्वर हैं।” उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने इस्कॉन मंदिर की भव्यता और महत्व के बारे में बात की, और उनके शब्द हमेशा प्रेरणादायक होते हैं… ‘राधे राधे कृष्णा कृष्णा’ जैसे वाक्यांशों का आध्यात्मिक महत्व बहुत महत्वपूर्ण है, और मुझे इस मंदिर में आकर शांति महसूस होती है।”
इंडस्ट्री पर प्रभाव और विरासत
धीरज कुमार का निधन भारतीय मनोरंजन उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने 60 वर्षों से अधिक के अपने लंबे करियर में अभिनय, निर्माण और निर्देशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी फिल्में और टेलीविजन शो लाखों दर्शकों को प्रेरित और मनोरंजित करते रहे हैं।
उनके बेटे उनके अंतिम क्षणों में अस्पताल में मौजूद थे। श्मशान यात्रा कल होने की उम्मीद है, जिसमें फिल्म और टेलीविजन जगत के कई प्रसिद्ध हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।
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