भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नए टैरिफ प्लान के कारण ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता का माहौल है। आने वाले हफ्ते में खासकर 14 और 15 जुलाई को निवेशकों की नजर निफ्टी और सेंसेक्स पर रहेगी। इन दो दिनों के दौरान कई महत्वपूर्ण फैक्टर्स बाजार की दिशा तय करेंगे, जिनमें 15 जुलाई की तारीख विशेष महत्व रखती है। आइए जानते हैं कि इन दिनों में निफ्टी की चाल कैसी रह सकती है और ट्रेडर्स को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
14 जुलाई को निफ्टी का ट्रेड सेटअप
14 जुलाई के दिन निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि यह ट्रंप के टैरिफ प्लान की घोषणा के बाद पहला पूर्ण ट्रेडिंग दिन होगा। मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, निफ्टी का आउटलुक मिक्स्ड है, लेकिन अंडरटोन पॉजिटिव बना हुआ है।
चार्ट पैटर्न और महत्वपूर्ण लेवल्स
LKP सिक्योरिटीज के सीनियर तकनीकी एनालिस्ट रूपक दे ने बताया कि निफ्टी अवरली चार्ट पर consolidation के बाद ऊपर बढ़ा है, जिससे bulls का सेंटिमेंट बेहतर हुआ है।
“डेली चार्ट पर, निफ्टी ने hammer और doji पैटर्न के बाद एक ग्रीन कैंडल बनाया है। इस तरह का सेटअप अक्सर आगे पॉजिटिव मूव की संभावना का संकेत देता है। 14 जुलाई को, निचले स्तर पर 25,400 पर सपोर्ट है, जबकि ऊपरी स्तर पर 25,600 और 25,750-25,800 पर रेजिस्टेंस देखा जा रहा है,” उन्होंने कहा।
14 जुलाई के लिए रणनीति
विशेषज्ञों का सुझाव है कि 14 जुलाई को ट्रेडर्स को निम्न रणनीति अपनानी चाहिए:
- 25,400 से 25,450 के बीच सपोर्ट लेवल पर खरीदारी करें
- 25,750 के स्तर पर प्रॉफिट बुकिंग करें
- शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स के लिए स्टॉप लॉस 25,350 पर रखें
क्यों है 15 जुलाई बाजार के लिए अहम दिन?
15 जुलाई की तारीख भारतीय शेयर बाजार के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं और आंकड़े जारी होने वाले हैं, जो बाजार की दिशा निर्धारित कर सकते हैं।
1. जून महीने का रिटेल इन्फ्लेशन डेटा
15 जुलाई को भारत का जून महीने का रिटेल इन्फ्लेशन डेटा जारी होगा। मई में, रिटेल इन्फ्लेशन 4.75% थी, जो RBI के टारगेट रेंज के अंदर है। जून का आंकड़ा RBI की मौद्रिक नीति के लिए महत्वपूर्ण संकेत देगा।
2. प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजे
15 जुलाई को कई प्रमुख कंपनियां अपने Q1 FY26 के नतीजे घोषित करेंगी। HDFC बैंक, एशियन पेंट्स और अन्य बड़ी कंपनियों के नतीजे इस दिन आने वाले हैं, जो संबंधित सेक्टर्स और समग्र बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
3. FII और DII का फ्लो
15 जुलाई को ट्रंप के टैरिफ प्लान से प्रभावित FII फ्लो पर नजर रहेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर FII बिकवाली बढ़ती है, तो DII की खरीदारी बाजार को सपोर्ट दे सकती है।
4. ग्लोबल मार्केट के संकेत
अमेरिकी बाजारों में 14 जुलाई के बाद के ट्रेंड्स 15 जुलाई को भारतीय बाजारों के लिए महत्वपूर्ण संकेत होंगे। विशेष रूप से टेक स्टॉक्स में आने वाले उतार-चढ़ाव से भारतीय IT सेक्टर प्रभावित हो सकता है।
5. ट्रंप टैरिफ पर अपडेट
15 जुलाई को ट्रंप के टैरिफ प्लान पर नए अपडेट्स आ सकते हैं, खासकर भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के संदर्भ में। इससे बाजार की दिशा तय होगी।
ट्रंप टैरिफ का भारतीय बाजार पर संभावित प्रभाव
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में 14 देशों पर व्यापक टैरिफ लगाने की घोषणा की है। हालांकि, भारत के लिए राहत की बात यह है कि ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका और भारत के बीच एक व्यापार समझौता जल्द ही हो सकता है।
ट्रंप के बयान से बाजार में उम्मीद
“हम भारत के साथ एक समझौते के करीब हैं। हमने यूनाइटेड किंगडम के साथ समझौता किया है। हमने चीन के साथ समझौता किया है,” ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा। उन्होंने चीन को छोड़कर सभी देशों के लिए टैरिफ की तारीख 1 अगस्त तक बढ़ा दी है, जो पहले 9 जुलाई से लागू होने वाले थे।
सेक्टर-वाइज प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच समझौता होने की संभावना अधिक है। हालांकि, फार्मा और टेक्सटाइल जैसे कुछ सेक्टर्स में संभावित सेक्टोरल टैरिफ के विवरण सामने आने के बाद ही बाजार की प्रतिक्रिया तय होगी।
5 फैक्टर्स जो तय करेंगे बाजार की चाल
15 जुलाई के महत्वपूर्ण दिन को ध्यान में रखते हुए, ये 5 प्रमुख फैक्टर्स बाजार की दिशा तय करेंगे:
1. भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर प्रगति
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर हुई प्रगति बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण ट्रिगर हो सकती है। अगर समझौता होता है, तो यह बाजार के लिए बड़ा पॉजिटिव हो सकता है।
2. Q1 FY26 के नतीजे और मैनेजमेंट कमेंटरी
15 जुलाई को आने वाले प्रमुख कंपनियों के नतीजे और उनकी मैनेजमेंट कमेंटरी बाजार को प्रभावित करेंगे। TCS के नतीजे पहले ही अनुमान से कम रहे हैं, जिससे IT सेक्टर पर दबाव बढ़ सकता है।
3. ग्लोबल मार्केट ट्रेंड्स और ट्रंप टैरिफ का असर
NBC न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में, ट्रंप ने अधिकांश ट्रेडिंग पार्टनर्स पर 15 से 20 प्रतिशत के blanket tariffs का संकेत दिया है, जो वर्तमान में प्रभावी 10 प्रतिशत स्तर से अधिक है। इसके अलावा, उन्होंने कनाडा के सामान पर 35 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की है।
4. इन्फ्लेशन डेटा और RBI की नीति
15 जुलाई को जारी होने वाला इन्फ्लेशन डेटा RBI की भविष्य की मौद्रिक नीति को प्रभावित करेगा। अगर इन्फ्लेशन नियंत्रण में रहती है, तो इससे बाजार को सपोर्ट मिल सकता है।
5. तकनीकी लेवल्स और चार्ट पैटर्न
एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अक्षय चिंचलकर ने बताया कि शुक्रवार के हैमर कैंडल के बाद, निफ्टी ने सोमवार को एक स्पिनिंग टॉप बनाया, जो दर्शाता है कि अभी भी बहुत अनिर्णय बना हुआ है। “टैक्टिकल बुल्स को 25,331 के नीचे जाने से बचाना होगा। ऊपर की ओर, 25,587 पहला बाधा है, उसके बाद 25,670 के आसपास स्विंग हाई है।”
ट्रेडर्स के लिए 15 जुलाई पर हाई-अलर्ट रणनीति
15 जुलाई के महत्वपूर्ण दिन के लिए, विशेषज्ञों ने ट्रेडर्स को हाई-अलर्ट पर रहने की सलाह दी है:
- इंट्राडे ट्रेडर्स: जोखिम कम रखें और बड़े पोजीशन से बचें
- शॉर्ट-टर्म निवेशक: 15 जुलाई के बाद ही नए पोजीशन लें
- लॉन्ग-टर्म निवेशक: गिरावट पर चुनिंदा क्वालिटी स्टॉक्स में खरीदारी करें
“बाजार ट्रेड डील अपडेट्स और अर्निंग सीजन की शुरुआत से पहले वेट-एंड-वॉच मोड में हैं। हालांकि, अंडरलाइंग टोन सकारात्मक बनी हुई है, जिसे विभिन्न सेक्टर्स में हेवीवेट स्टॉक्स में रोटेशनल खरीदारी से समर्थन मिल रहा है। चल रहे consolidation के बीच, हम अपने बुलिश व्यू को बनाए रखते हैं और dips पर खरीदारी करने का अप्रोच जारी रखने की सलाह देते हैं, जिसमें रिलेटिव स्ट्रेंथ के आधार पर स्टॉक सिलेक्शन पर फोकस करें,” रेलिगेयर ब्रोकिंग के SVP रिसर्च अजीत मिश्रा ने कहा।
14-15 जुलाई के लिए निफ्टी का आउटलुक मिश्रित है, जिसमें 14 जुलाई को 25,400 से 25,800 के बीच रेंजबाउंड ट्रेडिंग की संभावना है। 15 जुलाई के दिन जारी होने वाले आंकड़ों, नतीजों और ग्लोबल सिग्नल से मार्केट की दिशा तय होगी। ट्रेडर्स को विशेष रूप से 15 जुलाई को हाई-अलर्ट पर रहना चाहिए और गिरावट पर चुनिंदा स्टॉक्स में खरीदारी करने की रणनीति अपनानी चाहिए। टेक्निकल लेवल्स पर नजर रखें और ट्रंप के टैरिफ प्लान की प्रगति पर विशेष ध्यान दें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।