17/06/2025

तुरंत जानें: टीजीबीआईई सप्लीमेंट्री रिजल्ट में 67% पास

नलिनी मिश्रा
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Published on: 16/06/2025

तेलंगाना राज्य के हजारों विद्यार्थियों के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण रहा, जैसे ही तेलंगाना बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (टीजीबीआईई) ने पहले और दूसरे वर्ष के इंटरमीडिएट पब्लिक एडवांस्ड सप्लीमेंट्री परीक्षा (आईपीएएसई) के परिणाम घोषित कर दिए। जून 16, 2025 को ठीक दोपहर 12 बजे, टीजीबीआईई ने सामान्य और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों दोनों के परिणाम एक साथ जारी किए, जिससे उन छात्रों की प्रतीक्षा समाप्त हुई जिन्होंने मई 2025 में पूरक परीक्षाएं दी थीं।

परिणामों के अनुसार, पहले वर्ष की परीक्षा में कुल 2,49,358 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिनमें से 1,68,079 छात्र उत्तीर्ण हुए, जिससे उत्तीर्णता दर 67.4 प्रतिशत रही। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के 63.86 प्रतिशत और 2023 के 62.58 प्रतिशत की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है, जो तेलंगाना राज्य में शैक्षिक प्रदर्शन के स्तर में सुधार का संकेत देता है।

दूसरे वर्ष के लिए, कुल 1,35,107 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी और इनमें से 68,665 छात्र उत्तीर्ण हुए, जिससे उत्तीर्णता दर 50.82 प्रतिशत रही। यह पिछले वर्ष के 43.77 प्रतिशत और 2023 के 46.06 प्रतिशत की तुलना में भी एक सकारात्मक बदलाव दर्शाता है। हालांकि, पहले वर्ष की तुलना में दूसरे वर्ष का प्रदर्शन कम रहा है, जो इंटरमीडिएट के अंतिम वर्ष में बढ़े हुए अकादमिक दबाव और चुनौतियों को दर्शाता है।

इस वर्ष के परिणामों में लिंग-आधारित प्रदर्शन में महत्वपूर्ण अंतर देखा गया है। पहले वर्ष में, 1,22,018 लड़कियों ने परीक्षा दी, जिनमें से 90,191 उत्तीर्ण हुईं, जिससे उत्तीर्णता दर 73.92 प्रतिशत रही। इसके विपरीत, 1,44,344 लड़कों ने परीक्षा दी, जिनमें से 89,340 उत्तीर्ण हुए, जिससे उत्तीर्णता दर 61.89 प्रतिशत रही। यह लगभग 12 प्रतिशत का अंतर लड़कियों के बेहतर शैक्षिक प्रदर्शन का प्रमाण है।

दूसरे वर्ष में भी यही प्रवृत्ति जारी रही, जहां 54,806 लड़कियों ने परीक्षा दी और 30,085 उत्तीर्ण हुईं, जिससे उत्तीर्णता दर 54.89 प्रतिशत रही। लड़कों की उत्तीर्णता दर इससे कम 49.8 प्रतिशत रही, जिसमें 92,712 लड़कों में से 46,175 ही उत्तीर्ण हो सके।

आईपीएएसई परीक्षा में ग्रेड-वार परिणामों का विश्लेषण भी रोचक जानकारी प्रदान करता है। पहले वर्ष में, 92,574 छात्रों ने ‘ए’ ग्रेड (75 प्रतिशत या अधिक अंक) प्राप्त किया, जबकि 45,528 छात्रों ने ‘बी’ ग्रेड (60 प्रतिशत से 75 प्रतिशत के बीच), 26,175 छात्रों ने ‘सी’ ग्रेड (50 प्रतिशत से 60 प्रतिशत के बीच) और 15,254 छात्रों ने ‘डी’ ग्रेड (35 प्रतिशत से 50 प्रतिशत के बीच) प्राप्त किया। इस प्रकार, अधिकांश छात्रों ने उच्च ग्रेड प्राप्त किए, जो राज्य के शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता का प्रतीक है।

विषय-वार परिणामों की बात करें तो एमपीसी (गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान) समूह के छात्रों ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। पहले वर्ष में इस समूह के छात्रों की उत्तीर्णता दर 78.26 प्रतिशत और दूसरे वर्ष में 59.06 प्रतिशत रही। बीपीसी (जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान) समूह के छात्रों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, पहले वर्ष में 71.2 प्रतिशत और दूसरे वर्ष में 54.05 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए। एमईसी (गणित, अर्थशास्त्र, वाणिज्य) समूह के छात्रों की उत्तीर्णता दर पहले वर्ष में 57.39 प्रतिशत और दूसरे वर्ष में 49.62 प्रतिशत रही।

वहीं, सीईसी (वाणिज्य, अर्थशास्त्र, नागरिक शास्त्र) और एचईसी (इतिहास, अर्थशास्त्र, नागरिक शास्त्र) समूहों के छात्रों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा। सीईसी समूह के पहले वर्ष के छात्रों की उत्तीर्णता दर 37.72 प्रतिशत और दूसरे वर्ष के छात्रों की 38.02 प्रतिशत रही। एचईसी समूह के पहले वर्ष के छात्रों की उत्तीर्णता दर 41.66 प्रतिशत और दूसरे वर्ष के छात्रों की 47.77 प्रतिशत रही। अन्य समूहों के पहले वर्ष के छात्रों की उत्तीर्णता दर 30 प्रतिशत और दूसरे वर्ष के छात्रों की 31.58 प्रतिशत रही।

टीजीबीआईई द्वारा आयोजित पूरक परीक्षाएं उन विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर थीं, जो मार्च 2025 की नियमित परीक्षाओं में उत्तीर्ण नहीं हो सके थे। मार्च 2025 की नियमित इंटरमीडिएट परीक्षाओं में पहले वर्ष के लिए उत्तीर्णता दर 66.89 प्रतिशत और दूसरे वर्ष के लिए 71.37 प्रतिशत रही थी। नियमित परीक्षाओं में, पहले वर्ष के 4,88,430 छात्रों में से 3,22,191 और दूसरे वर्ष के 5,08,582 छात्रों में से 3,33,908 उत्तीर्ण हुए थे।

दूसरे वर्ष की नियमित परीक्षाओं में, अधिकांश छात्रों ने ‘ए’ ग्रेड के साथ उत्तीर्ण किया था – 2,12,297 छात्र ‘ए’ ग्रेड, 74,594 छात्र ‘बी’ ग्रेड, 21,870 छात्र ‘सी’ ग्रेड और 5,436 छात्र ‘डी’ ग्रेड के साथ उत्तीर्ण हुए थे। यह दर्शाता है कि नियमित परीक्षाओं में छात्रों का प्रदर्शन पूरक परीक्षाओं की तुलना में बेहतर था, जो अपेक्षित भी है।

तेलंगाना के इंटरमीडिएट छात्रों के लिए यह परीक्षा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके भविष्य के अकादमिक और करियर मार्ग को निर्धारित करती है। इंटरमीडिएट के अंक न केवल उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी योग्यता के रूप में काम करते हैं।

परीक्षा प्रक्रिया की बात करें तो टीजीबीआईई ने सामान्य पाठ्यक्रम के लिए पूरक परीक्षाएं 22 मई से 29 मई, 2025 तक आयोजित की थीं। पहले वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षाएं पूर्वाह्न सत्र में सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरे वर्ष के छात्रों के लिए अपराह्न सत्र में दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित की गई थीं।

छात्र अपने परिणाम टीजीबीआईई की आधिकारिक वेबसाइट tgbie.cgg.gov.in या results.cgg.gov.in पर देख सकते हैं। परिणाम देखने के लिए, छात्रों को अपना हॉल टिकट नंबर दर्ज करना होगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से, छात्र अपने अद्यतन मार्क्स मेमो भी देख सकते हैं।

परिणामों के घोषित होने के बाद, कई छात्रों और अभिभावकों ने राहत व्यक्त की है। पूरक परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के लिए, यह एक नई शुरुआत का अवसर है। वे अब अपनी आगे की पढ़ाई या करियर योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, बिना किसी अकादमिक बाधा के।

टीजीबीआईई के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने परिणामों की सटीकता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छात्रों के प्रदर्शन में सुधार के लिए, बोर्ड विभिन्न शैक्षिक सुधारों पर काम कर रहा है, जिससे छात्रों को अधिक व्यावहारिक और व्यापक शिक्षा मिल सके।

शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि तेलंगाना में इंटरमीडिएट शिक्षा का स्तर लगातार सुधर रहा है। इसका श्रेय राज्य सरकार की शिक्षा नीतियों, अध्यापकों के समर्पण और छात्रों के परिश्रम को जाता है। हालांकि, वे यह भी मानते हैं कि कुछ विषय समूहों, विशेष रूप से मानविकी और वाणिज्य में, प्रदर्शन को और बेहतर करने की आवश्यकता है।

इस वर्ष की परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण बदलाव यह था कि टीजीबीआईई का नाम पहले टीएसबीआईई (तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन) था, जिसे अब बदलकर टीजीबीआईई (तेलंगाना बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन) कर दिया गया है। यह परिवर्तन राज्य सरकार के प्रशासनिक सुधारों का हिस्सा है।

कई छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार के सदस्यों को दिया है। हैदराबाद के एक छात्र ने कहा, “मैं मार्च में अपनी परीक्षा में असफल हो गया था, लेकिन मेरे शिक्षकों ने मुझे हार नहीं मानने दी। उन्होंने मुझे आत्मविश्वास दिया और अतिरिक्त मार्गदर्शन प्रदान किया, जिसकी मदद से मैं अब सफलतापूर्वक उत्तीर्ण हो गया हूं।”

वारंगल की एक छात्रा ने कहा, “पूरक परीक्षाओं की तैयारी का समय बहुत चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि मुझे अपनी कमजोरियों पर काम करना था। मेरे परिवार ने मुझे पूरा समर्थन दिया और मैं अब आगे की पढ़ाई के लिए तैयार हूं।”

शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरक परीक्षाओं का उद्देश्य छात्रों को एक और मौका देना है, न कि उन्हें हतोत्साहित करना। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर छात्र को अपनी शिक्षा जारी रखने का अवसर मिले। पूरक परीक्षाएं एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती हैं जहां छात्र अपनी कमियों को दूर कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ सकते हैं।”

इंटरमीडिएट शिक्षा तेलंगाना में उच्च शिक्षा की नींव है। यह माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इंटरमीडिएट परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन न केवल छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है, बल्कि उन्हें प्रतिष्ठित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए भी तैयार करता है।

कई कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश के लिए इंटरमीडिएट के अंकों को महत्व देते हैं। कुछ संस्थान मेरिट आधारित छात्रवृत्ति भी प्रदान करते हैं जो इंटरमीडिएट के अंकों पर आधारित होती हैं। इसलिए, इन परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन छात्रों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।

पूरक परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के लिए, अगला कदम उच्च शिक्षा या व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश होगा। कई छात्र इंजीनियरिंग, चिकित्सा, विज्ञान, वाणिज्य, कला और अन्य क्षेत्रों में अपना करियर बनाने की योजना बना रहे हैं।

तेलंगाना सरकार भी छात्रों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता योजनाएं प्रदान करती है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलता है। इन योजनाओं ने राज्य में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों ने भी छात्रों के सीखने के अनुभव को बेहतर बनाया है। ऑनलाइन शिक्षण संसाधन, डिजिटल लाइब्रेरी, और अध्ययन सामग्री की आसान उपलब्धता ने छात्रों को अपनी पढ़ाई में अधिक स्वतंत्रता और लचीलापन प्रदान किया है।

समग्र रूप से, तेलंगाना इंटरमीडिएट पूरक परीक्षा परिणाम 2025 ने राज्य के शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव दर्शाए हैं। पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन से पता चलता है कि छात्र और शिक्षक दोनों अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। लड़कियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन भी प्रोत्साहन का विषय है, जो लैंगिक समानता की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

इन परिणामों से प्रेरित होकर, तेलंगाना सरकार और शिक्षा विभाग भविष्य में और भी अधिक शैक्षिक सुधारों की योजना बना रहे हैं, जिससे राज्य के छात्रों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके। छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के सामूहिक प्रयासों से, तेलंगाना का शैक्षिक भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं