17/06/2025

स्वामी रामदेव की सेहत का रहस्य: लौकी, तोरई

नलिनी मिश्रा
Author Name:
Published on: 14/01/2025

स्वामी रामदेव, जो पिछले 50 वर्षों से कभी बीमार नहीं पड़े हैं, अपने आहार में विशेष रूप से देसी तोरई और लौकी जैसी फाइबर युक्त सब्जियों का सेवन करते हैं। उनका मानना है कि इन सब्जियों के नियमित उपभोग से स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है।

देसी तोरई की पहचान:

स्वामी रामदेव के अनुसार, देसी तोरई की पहचान उसके खुरदुरे छिलके और लंबी रेखाओं से होती है। दक्षिण भारत में इस प्रकार की तोरई का अधिक सेवन किया जाता है। इसके विपरीत, चिकने और प्लेन छिलके वाली तोरई विदेशी होती है, जो पोषण के मामले में कमतर होती है।

लौकी का चयन:

रामदेव जी कच्ची लौकी, अर्थात कम पकी हुई लौकी, का सेवन करते हैं। ऐसी लौकी का छिलका गाढ़े रंग का होता है, आकार में छोटी होती है और इसमें बीज कम होते हैं। सही तरीके से पकाने पर यह स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।

सात्विक आहार:

उनके भोजन में लहसुन और प्याज का उपयोग नहीं होता, जिससे भोजन सात्विक बना रहता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होता है और ऋषि-मुनियों द्वारा भी अपनाया गया था।

आलू से परहेज:

स्वामी रामदेव आलू का सेवन नहीं करते, क्योंकि यह ब्लड शुगर को बढ़ाता है और मधुमेह के रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता।

लौकी और तोरई के स्वास्थ्य लाभ:

ये दोनों सब्जियां Cucurbitaceae परिवार से हैं और एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं। ये कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचाव में सहायक हैं।

स्वामी रामदेव की दिनचर्या:

स्वामी रामदेव तड़के 3 बजे उठते हैं, गर्म पानी पीते हैं, ध्यान और योगाभ्यास करते हैं। वे दिन में केवल एक बार भोजन करते हैं, जिसमें फल, सलाद, साग-सब्जी शामिल होती हैं। उनका वजन 65 किलो, हीमोग्लोबिन 17.5, बीपी 70/110 और शुगर लेवल 70-75 के बीच रहता है।

सात्विक भोजन के लाभ:

सात्विक भोजन शरीर को निरोगी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पाचन तंत्र को सुधारता है, मानसिक शांति प्रदान करता है और बीमारियों से बचाव करता है।

स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता:

स्वामी रामदेव का मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति को 100 वर्ष तक स्वस्थ और जवान महसूस करना चाहिए। इसके लिए सात्विक भोजन और नियमित योगाभ्यास आवश्यक है।

स्वामी रामदेव का आहार और जीवनशैली हमें सिखाती है कि प्राकृतिक और सात्विक भोजन के साथ नियमित योग और ध्यान से दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्राप्त किया जा सकता है। देसी तोरई और लौकी जैसी सब्जियों का सेवन हमारे आहार में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं