
Published on: 13/06/2025
लंदन से आई दुखद खबर ने बॉलीवुड और व्यापारिक जगत को गहरे शोक में डुबो दिया है। प्रसिद्ध उद्योगपति और अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर का 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। गुरुवार, 12 जून को इंग्लैंड में पोलो खेलते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनका निधन हो गया।
संजय कपूर प्रतिष्ठित सोना कॉम्स्टार के अध्यक्ष और ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के अध्यक्ष थे। उनके अचानक निधन की खबर प्रसिद्ध लेखक और कॉलमिस्ट सुहेल सेठ ने सोशल मीडिया पर साझा की। सुहेल ने लिखा, “संजय कपूर के निधन से गहरा दुख हुआ। आज उनका इंग्लैंड में निधन हो गया। यह एक भयानक क्षति है और उनके परिवार और सोना कॉम्स्टार के सहयोगियों के प्रति गहरी संवेदना। ॐ शांति।”
करिश्मा कपूर के साथ वैवाहिक जीवन और रिश्ते
संजय कपूर और करिश्मा कपूर का विवाह 2003 में हुआ था, जिसे उस समय बॉलीवुड के सबसे चमकदार विवाहों में से एक माना गया था। करिश्मा कपूर, जो 90 के दशक में बॉलीवुड की शीर्ष अभिनेत्रियों में से एक थीं, ने अपने करियर के शिखर पर शादी करने का फैसला किया था। हालांकि, उनका वैवाहिक जीवन कठिनाइयों से भरा रहा और 2014 में दोनों अलग हो गए। आखिरकार 2016 में उनका तलाक आपसी सहमति से हो गया।
दंपति के दो बच्चे हैं – 19 वर्षीय बेटी समायरा और 13 वर्षीय बेटा कियान। तलाक के बाद, बच्चों की कस्टडी करिश्मा को मिली, लेकिन संजय बच्चों के साथ नियमित संपर्क में रहते थे। करिश्मा और संजय के तलाक के बाद, संजय ने 2017 में मॉडल प्रिया साचदेव से शादी की, जिनसे उनका एक बेटा अज़ारियास है।
यह संजय का तीसरा विवाह था। उनका पहला विवाह 1996 में फैशन डिजाइनर नंदिता महतानी से हुआ था, जो चार साल तक चला।
एक सफल व्यवसायी का जीवन
संजय कपूर भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे सोना कॉम्स्टार के अध्यक्ष थे, जो ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है। उन्होंने ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया और भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अपने पिता के निधन के बाद, संजय ने परिवार के व्यवसाय को संभाला और उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके कुशल नेतृत्व में, सोना ग्रुप ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई और कई वैश्विक ग्राहकों के साथ साझेदारी की।
संजय न केवल एक सफल व्यवसायी थे, बल्कि पोलो के शौकीन खिलाड़ी भी थे। दुखद है कि उनके इसी शौक ने उनकी जीवनलीला समाप्त कर दी। उनके निधन से कुछ घंटे पहले, उन्होंने सोशल मीडिया पर अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया था। उन्होंने लिखा था, “अहमदाबाद में हुई दुखद एयर इंडिया दुर्घटना की भयानक खबर। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। इस कठिन समय में उन्हें शक्ति मिले।”
करिश्मा कपूर: एक स्टार का सफर
संजय कपूर के निधन की खबर ने करिश्मा कपूर के जीवन पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है। करिश्मा, जिन्हें प्यार से ‘लोलो’ कहा जाता है, 90 के दशक की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘दिल तो पागल है’, ‘हीरो नंबर 1’, ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’, ‘हम साथ-साथ हैं’ जैसी कई हिट फिल्मों में अभिनय किया।
करिश्मा कपूर, प्रसिद्ध कपूर परिवार की वारिस, ने 1991 में ‘प्रेमकैदी’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। शुरुआती असफलताओं के बाद, उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा से फिल्म उद्योग में अपना स्थान बनाया। उन्होंने न केवल वाणिज्यिक फिल्मों में बल्कि ‘जुबैदा’, ‘फिजा’ जैसी कलात्मक फिल्मों में भी अपनी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया।
2003 में संजय कपूर से शादी के बाद, करिश्मा ने फिल्मों से दूरी बना ली और अपने परिवार पर ध्यान केंद्रित किया। हालांकि, तलाक के बाद उन्होंने धीरे-धीरे वापसी की और विभिन्न टेलीविजन शो और फिल्मों में नजर आईं। 2012 में उन्होंने ‘डेंजरस इश्क’ से कमबैक किया, और हाल ही में ‘मर्डर मुबारक’ और ‘ब्राउन’ जैसे प्रोजेक्ट्स में काम किया है।
करिश्मा ने हमेशा अपने बच्चों को प्राथमिकता दी है और एक मजबूत एकल माता के रूप में उनका पालन-पोषण किया है। वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और अक्सर अपने बच्चों और परिवार के साथ अपनी तस्वीरें शेयर करती हैं।
परिवार और फिल्म जगत में प्रतिक्रिया
संजय कपूर के निधन की खबर फैलते ही, करिश्मा कपूर के आवास पर परिवार के सदस्य एकत्रित होने लगे। करिश्मा की बहन करीना कपूर खान और उनके पति सैफ अली खान मुंबई में करिश्मा के घर पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करिश्मा ने अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन वह इस दुखद समय में अपने बच्चों के साथ हैं।
बॉलीवुड से कई हस्तियों ने संजय कपूर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उद्योग जगत के प्रमुख लोगों ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। संजय के अंतिम संस्कार के विवरण का अभी इंतजार है।
संजय कपूर के अचानक निधन ने उनके परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनके जीवन के अंतिम क्षणों का विवरण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, वह इंग्लैंड में पोलो खेल रहे थे जब उन्हें दिल का दौरा पड़ा। कुछ रिपोर्ट्स में मधुमक्खी के काटने से हुई एलर्जिक प्रतिक्रिया का भी उल्लेख है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशंसकों और समाज पर प्रभाव
संजय कपूर और करिश्मा कपूर की शादी और तलाक मीडिया की सुर्खियों में रहे थे। उनके निधन की खबर से सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का तूफान आ गया है। कई प्रशंसकों ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और करिश्मा और उनके बच्चों के लिए शक्ति की कामना की है।
करिश्मा के प्रशंसक इस कठिन समय में उनके साथ खड़े हैं। हालांकि उनका और संजय का रिश्ता जटिल था, लेकिन वे दोनों अपने बच्चों के लिए एक साथ काम कर रहे थे। संजय के निधन से उनके बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, जो अब अपने पिता के बिना जीवन का सामना करेंगे।
संजय कपूर की अचानक मृत्यु ने जीवन की अनिश्चितता पर भी प्रकाश डाला है। उनके निधन से कुछ दिन पहले, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा किया था: “पृथ्वी पर आपका समय सीमित है। ‘क्या होगा’ को दार्शनिकों के लिए छोड़ दें और इसके बजाय ‘क्यों नहीं’ में सिर के बल कूद जाएं।” यह संदेश अब उनके जीवन दर्शन के रूप में याद किया जा रहा है।
भारतीय उद्योग जगत पर प्रभाव
संजय कपूर के निधन से भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग को बड़ा झटका लगा है। सोना कॉम्स्टार के अध्यक्ष और एसीएमए के अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके नेतृत्व में, सोना ग्रुप ने कई अंतरराष्ट्रीय सहयोग स्थापित किए और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई।
उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि संजय कपूर की दूरदर्शिता और व्यावसायिक कौशल ने भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र को नई दिशा दी। उन्होंने नवाचार और गुणवत्ता पर जोर देते हुए, भारतीय कंपनियों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने में मदद की।
संजय कपूर के निधन के बाद, सोना कॉम्स्टार के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि उन्होंने एक मजबूत नेतृत्व टीम तैयार की थी, जो कंपनी को आगे ले जाएगी। उनके द्वारा स्थापित व्यावसायिक सिद्धांत और मूल्य कंपनी का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
निष्कर्ष: एक युग का अंत
संजय कपूर के निधन के साथ, भारतीय उद्योग जगत और बॉलीवुड से जुड़े एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व का अंत हो गया है। उनका जीवन विवादों और सफलताओं से भरा रहा, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
करिश्मा कपूर और उनके बच्चों के लिए यह एक कठिन समय है। हालांकि उनका और संजय का वैवाहिक जीवन सफल नहीं रहा, लेकिन वे दोनों अपने बच्चों के लिए सम्मानजनक रिश्ता बनाए रखने में सफल रहे। अब करिश्मा को अपने बच्चों को उनके पिता के निधन से निपटने में मदद करनी होगी।
संजय कपूर की अचानक मृत्यु हमें जीवन की अनिश्चितता और क्षणभंगुरता का स्मरण कराती है। वे अपने परिवार, दोस्तों और सहयोगियों की यादों में हमेशा जीवित रहेंगे। उनके योगदान और विरासत को भारतीय उद्योग जगत में लंबे समय तक याद किया जाएगा।
भारतीय मीडिया और बॉलीवुड उद्योग करिश्मा कपूर और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है और इस दुखद समय में उनके साथ खड़ा है। संजय कपूर की आत्मा को शांति मिले।