Published on: 16/06/2025
विंडसर के प्रतिष्ठित पोलो मैदान में हुई अचानक घटना ने एक अरबपति व्यवसायी के जीवन का अंत कर दिया। बीते 12 जून को प्रिंस विलियम के करीबी मित्र संजय कपूर की मधुमक्खी निगलने के बाद दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। उनके अंतिम शब्दों का अब खुलासा हुआ है, जिन्होंने इस त्रासदी की गंभीरता को और बढ़ा दिया है।
गवाहों के अनुसार, 53 वर्षीय संजय कपूर ने अचानक चिल्लाकर कहा था, “मैंने कुछ निगल लिया है!” इसके कुछ ही क्षणों बाद उन्हें मुंह पर मधुमक्खी ने डंक मार दिया था। इस घटना से उन्हें एनाफिलैक्टिक शॉक हुआ, जिससे उनका हृदय रुक गया। विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर के अंदरूनी हिस्से में मधुमक्खी के डंक मारने से सूजन होने लगती है, श्वास नलिकाएं अवरुद्ध हो जाती हैं और रक्तचाप में अचानक गिरावट आती है, जिससे हृदय गति रुक सकती है।
वैश्विक कार पार्ट्स दिग्गज सोना कॉमस्टार के अध्यक्ष कपूर उस समय क्वीन्स कप के सब्सिडियरी फाइनल में सुजान इंडियन टाइगर्स के खिलाफ खेल रहे थे। वे प्रतिष्ठित गार्ड्स पोलो क्लब में खेल रहे थे, जहां अक्सर शाही परिवार के सदस्य भी नज़र आते रहते हैं।
कपूर के एक मित्र ने अखबार से बातचीत में कहा, “उनकी कमी न सिर्फ उनके परिवार और दोस्तों को महसूस होगी, बल्कि क्लब के आसपास के स्थानीय समुदाय को भी खलेगी, क्योंकि उन्होंने बहुत से लोगों को रोजगार दिया था और कई दोस्त बनाए थे – वे मज़ेदार, दयालु और उदार इंसान थे।” उन्होंने आगे कहा, “वे अपने घुड़सवारों या उच्च संपत्ति वाले दोस्तों में कोई अंतर नहीं करते थे – जब वे पार्टी करते थे, तो सभी को आमंत्रित किया जाता था और सभी बराबर थे।”
फोर्ब्स के अनुसार, अमेरिकी नागरिकता भी रखने वाले कपूर की अनुमानित संपत्ति 1.2 अरब डॉलर थी। वे पोलो सर्किट में नियमित रूप से दिखाई देते थे और अक्सर शाही दायरे में शामिल होते थे। वे यूके भर में विशेष मैचों में भाग लेते थे और शाही परिवार के सदस्यों, जिनमें प्रिंस ऑफ वेल्स भी शामिल हैं, के साथ खेलने के लिए आमंत्रित किए जाते थे।
अपने निजी जीवन में, कपूर पहले बॉलीवुड सुपरस्टार करिश्मा कपूर से विवाहित थे, जिनसे उनके दो बच्चे, समायरा और कियान हैं। 13 साल के विवाह के बाद 2016 में दोनों का विवाह विवादास्पद तरीके से समाप्त हुआ था। तलाक के दौरान, करिश्मा ने घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था, जिसमें दावा किया गया था कि एक बार जब उनका बेटा बीमार था, तब संजय प्रिंस विलियम के साथ पोलो खेलने चले गए थे। व्यवसायी ने 2017 में पूर्व मॉडल प्रिया सचदेव से शादी कर ली थी। अगले ही साल दंपति ने अपने बेटे, अजारियास का स्वागत किया था।
प्रिंस विलियम के पुराने दोस्त 12 जून को इंग्लैंड के विंडसर में पोलो मैच के दौरान बेहोश हो गए। वह 53 वर्ष के थे | ( Image Credit : Newyork post )
पोलो खिलाड़ी की इस अप्रत्याशित मृत्यु ने पूरे खेल जगत को स्तब्ध कर दिया है। विशेषकर ब्रिटिश शाही परिवार इस खबर से गहरे सदमे में है। प्रिंस विलियम और संजय की दोस्ती कई वर्षों से थी, और दोनों ने कई अवसरों पर एक साथ पोलो खेला था।
एक अधिकारी ने बताया कि पोलो मैच के दौरान मौके पर मौजूद चिकित्सा कर्मियों ने तुरंत कपूर की मदद करने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें बचाया नहीं जा सका। यह घटना दर्शाती है कि एलर्जी प्रतिक्रियाएं कितनी खतरनाक हो सकती हैं, विशेष रूप से जब वे श्वसन प्रणाली को प्रभावित करती हैं।
“संजय हमेशा जीवन का आनंद लेने वाले व्यक्ति थे। उनके साथ काम करने वाले हर व्यक्ति उनकी ऊर्जा और सकारात्मक दृष्टिकोण से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता था,” एक सहकर्मी ने याद किया। “वे हमेशा नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहते थे और उनका मानना था कि असंभव कुछ भी नहीं है।”
कपूर की मृत्यु के बाद सोना कॉमस्टार ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, “हम अपने अध्यक्ष संजय कपूर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हैं। उनके मार्गदर्शन में, हमारी कंपनी ने वैश्विक स्तर पर अभूतपूर्व सफलता हासिल की। उनका दूरदर्शी नेतृत्व और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता हमेशा हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी।”
भारत में जन्मे संजय कपूर ने अपने पिता के व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया था। सोना कॉमस्टार के अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने कंपनी को वैश्विक बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बना दिया था। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने कई नवाचारों को अपनाया और अपनी उपस्थिति दुनिया भर में विस्तारित की।
शिक्षा के क्षेत्र में भी कपूर का योगदान उल्लेखनीय था। उन्होंने विभिन्न शैक्षिक संस्थानों को समर्थन दिया और युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। उनका मानना था कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
कपूर की अचानक मृत्यु ने एक बार फिर एलर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि एनाफिलैक्सिस एक गंभीर और जानलेवा एलर्जिक प्रतिक्रिया है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है। मधुमक्खी के डंक से होने वाली एलर्जिक प्रतिक्रिया के लक्षणों में त्वचा पर लाल चकत्ते, सूजन, सांस लेने में कठिनाई और हृदय गति में परिवर्तन शामिल हो सकते हैं।
भारतीय और ब्रिटिश मीडिया में कपूर की मृत्यु की खबर प्रमुखता से छपी है। उनके निधन पर कई प्रमुख हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “संजय कपूर के निधन से भारत ने एक प्रतिभाशाली उद्यमी और समाजसेवी खो दिया है। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”
कपूर के परिवार ने अंतिम संस्कार के लिए निजी समारोह आयोजित करने का फैसला किया है। परिवार ने मीडिया और जनता से निजता का सम्मान करने का अनुरोध किया है। हालांकि, उनके सम्मान में एक सार्वजनिक श्रद्धांजलि कार्यक्रम भविष्य में आयोजित किया जा सकता है।
बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर ने अपने पूर्व पति के निधन पर अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। उनके वकील ने मीडिया से कहा है कि वह और उनके बच्चे इस कठिन समय में निजता चाहते हैं। पत्रकारों ने जब उनके घर के बाहर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही, तो उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।
संजय कपूर के अचानक निधन से न केवल व्यापारिक जगत में बल्कि खेल के मैदान में भी एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है। पोलो समुदाय ने उनके सम्मान में एक मिनट का मौन रखने का फैसला किया है और आने वाले टूर्नामेंट में उनकी याद में एक विशेष मैच आयोजित करने की योजना बना रहा है।
प्रिंस विलियम, जो स्वयं पोलो के शौकीन हैं, ने अपने दोस्त के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। शाही परिवार के एक प्रवक्ता ने कहा, “प्रिंस ऑफ वेल्स संजय कपूर के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। वे एक प्रतिभाशाली व्यवसायी, उत्कृष्ट खिलाड़ी और एक अच्छे दोस्त थे।”
इस दुखद घटना ने एक बार फिर हमें याद दिलाया है कि जीवन कितना अनिश्चित है और हमें हर क्षण का आनंद लेना चाहिए। संजय कपूर की मृत्यु एक ऐसे व्यक्ति की है जिसने अपने जीवन को पूरी तरह से जिया और अपने जुनून का पीछा किया। उनकी विरासत उनके परिवार, दोस्तों और उनके द्वारा प्रभावित हजारों लोगों के दिलों में जीवित रहेगी।
हमारे पाठकों को यह भी याद रखना चाहिए कि अगर आप या आपका कोई परिचित किसी गंभीर एलर्जी से पीड़ित है, तो हमेशा अपने साथ आपातकालीन दवाएं रखना सुनिश्चित करें और लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें। समय पर प्रतिक्रिया जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर हो सकती है।
संजय कपूर जैसे व्यक्ति की मृत्यु न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके जैसे लोग समाज में प्रेरणा का स्रोत होते हैं और उनकी अनुपस्थिति हमेशा महसूस की जाएगी। हम उनके आत्मा की शांति की कामना करते हैं और उनके परिवार को इस कठिन समय में हिम्मत देने की प्रार्थना करते हैं।