रक्षाबंधन 2025: जानें शुभ मुहूर्त और राखी बांधने का सही समय
03/10/2025
रक्षाबंधन 2025: 7 घंटे 37 मिनट का शुभ मुहूर्त, जानें राखी बांधने की विधि और मंत्र

रक्षाबंधन 2025: 7 घंटे 37 मिनट का शुभ मुहूर्त, जानें राखी बांधने की विधि और मंत्र

नलिनी मिश्रा
Author Name:
Published on: 09/08/2025

आ गया वो खास दिन जब बहनें अपने भाइयों की कलाई पर प्यार का धागा बांधेंगी। जी हां, इस साल रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025 को है। घर-घर में मिठाइयों की खुशबू और भाई-बहन के प्यार की मिठास… क्या बात है! लेकिन क्या आप जानते हैं कि राखी बांधने का सही समय क्या है? अरे नहीं पता? चिंता मत करिए, मैं बता रहा हूं!

रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त – टाइमिंग है जरूरी!

मेरी दादी हमेशा कहती थीं – “बेटा, हर शुभ काम का मुहूर्त देख कर करो।” और उनकी बात में दम था! इस बार रक्षाबंधन शुभ योग में मनेगा, यानी डबल मजा, डबल फायदा!

पंडित जी की डायरी से:

  • राखी वाली पूर्णिमा: 8 अगस्त दोपहर 2:12 बजे से 9 अगस्त दोपहर 1:24 बजे तक
  • राखी बांधने का गोल्डन टाइम: सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 तक (7 घंटे 37 मिनट का मौका!)
  • सुपरहिट मुहूर्त: दोपहर 12:17 से 12:53 तक

अरे हां, और जो सुबह जल्दी उठने वाले हैं, उनके लिए ब्रह्म मुहूर्त में भी राखी बांध सकते हैं – सुबह 4:22 से 5:02 तक।

अरे, राहुकाल में राखी? नो वे!

मेरे पड़ोसी अंकल जी कहते हैं – “राहुकाल में कोई शुभ काम नहीं करते बेटा!” और वो बिल्कुल सही कहते हैं। 9 अगस्त को राहुकाल है सुबह 11:31 से दोपहर 1:15 तक। इस टाइम में राखी बांधने से बचें, नहीं तो भैया की किस्मत पर ग्रहण लग जाएगा!

जानें राखी बांधने की विधि – स्टेप बाय स्टेप

मेरी बहन हर साल ये फॉलो करती है, और हमारे रिश्ते में मिठास बढ़ती जाती है:

  1. सबसे पहले थाली सजाओ – रोली, चावल, मिठाई, दीया और राखी
  2. भैया के माथे पर तिलक लगाओ, फिर थोड़े चावल चिपकाओ
  3. राखी बांधते वक्त ये मंत्र बोलो – “येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वां प्रतिबध्नामि रक्षे माचल माचल॥”
  4. फिर मिठाई खिलाओ (भैया का मुंह मीठा करना जरूरी है!)
  5. आरती करो और आशीर्वाद लो
  6. अब गिफ्ट पाने का टाइम! (भैया, इस बार कंजूसी मत दिखाना!)

छोटी-छोटी बातें, बड़ा असर

  • काली या फटी राखी कभी न बांधें – ये अशुभ होता है
  • प्लास्टिक वाली राखी से परहेज करें – प्राकृतिक धागे वाली राखी बेस्ट है
  • राखी बांधते वक्त सिर ढककर रखें – ये सम्मान का प्रतीक है
  • भैया दक्षिण मुंह करके न बैठे – ये नेगेटिव एनर्जी लाता है

इस साल धनिष्ठा नक्षत्र और सौभाग्य योग है – मतलब भाई-बहन के रिश्ते में और प्यार बढ़ेगा, समृद्धि आएगी!

रक्षाबंधन सिर्फ एक रस्म नहीं, प्यार का त्योहार है। राखी, मिठाई, गिफ्ट्स सब मायने रखते हैं, पर असली मायने रखता है वो प्यार जो भाई-बहन के बीच होता है। तो इस रक्षाबंधन, दिल से मनाइए!

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं