16/06/2025

Q4 Results 2025: बजाज, IRCTC के तिमाही नतीजे जारी

नलिनी मिश्रा
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Published on: 29/05/2025

नई दिल्ली, 29 मई 2025 (व्यापार संवाददाता): वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही Q4 results 2025 के परिणामों का सिलसिला जारी है, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों की प्रमुख कंपनियों के मिश्रित परिणाम सामने आ रहे हैं। बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों की नज़र इन्हीं नतीजों पर टिकी है। आज बजाज ऑटो, सुजलॉन एनर्जी, प्रेस्टीज एस्टेट्स, अल्केम लैबोरेटरीज, एसजेवीएन, एनबीसीसी, लेमन ट्री होटल्स समेत कई प्रमुख कंपनियों ने अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए।

बजाज ऑटो का मुनाफा 10.44% गिरा, राजस्व में वृद्धि

देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो ने वित्त वर्ष 2024-25 की अंतिम तिमाही में 10.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,801 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है। हालांकि, इसी अवधि में कंपनी का परिचालन राजस्व 9.45 प्रतिशत बढ़कर 12,646 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी के घरेलू व्यापार में अब तक का सर्वाधिक राजस्व दर्ज किया गया है। इंट्री-लेवल टू-व्हीलर्स और इलेक्ट्रिक वाहनों की अधिक बिक्री के कारण कंपनी के मुनाफे पर दबाव पड़ा है। कंपनी ने 210 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की घोषणा की है।

विश्लेषकों के अनुसार, बजाज ऑटो ने इस तिमाही में प्रीमियम मोटरसाइकिल्स की बिक्री में वृद्धि और निर्यात में सुधार देखा है, लेकिन प्रोडक्ट मिक्स में बदलाव के कारण EBITDA मार्जिन पर असर पड़ा है।

सुजलॉन एनर्जी का लाभ 213% बढ़ा, रिकॉर्ड राजस्व

पवन ऊर्जा उपकरण निर्माता सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में 1,182.22 करोड़ रुपये का मजबूत शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 254.12 करोड़ रुपये था। कंपनी ने अपने विंड टर्बाइन जनरेटर्स (WTGs) व्यवसाय से रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त करते हुए वित्त वर्ष 2024-25 में 2,071 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया, जो 213% की प्रभावशाली वृद्धि दर्शाता है।

सुजलॉन एनर्जी के प्रदर्शन ने भारत के पवन ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की मजबूत स्थिति को रेखांकित किया है। कंपनी ने अपने ऑर्डर बुक में भी महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है, जिससे भविष्य के विकास के लिए मजबूत आधार तैयार हुआ है।

आईसीआरए का शुद्ध लाभ 19.1% बढ़ा, लाभांश की घोषणा

रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने 31 मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में 19.1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 56 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का लाभ 47.1 करोड़ रुपये था। कंपनी का समेकित परिचालन राजस्व भी 9.8 प्रतिशत बढ़कर 136.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 124.0 करोड़ रुपये था।

वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कंपनी का PAT 12.5 प्रतिशत बढ़कर 171.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 152.2 करोड़ रुपये था। कंपनी के निदेशक मंडल ने 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य के प्रति इक्विटी शेयर पर 60 रुपये का अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।

आईआरसीटीसी का लाभ 26% बढ़ा, शेयर में तेज़ी

भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में 26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 358.23 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 284.18 करोड़ रुपये था। इसी अवधि में परिचालन से राजस्व 10 प्रतिशत बढ़कर 1,269 करोड़ रुपये हो गया, जो मार्च 2024 तिमाही में 1,152 करोड़ रुपये था।

वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत बढ़कर 1,315 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,111 करोड़ रुपये था। बोर्ड ने प्रति शेयर 1 रुपये का अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। इन परिणामों के बाद आईआरसीटीसी के शेयरों में 3 प्रतिशत की तेज़ी देखी गई।

कमिंस इंडिया के शेयरों में 7% की बढ़त, लाभ में गिरावट के बावजूद

कमिंस इंडिया ने 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में 7.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 521.37 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 561.52 करोड़ रुपये था। हालांकि, कुल आय लगभग 6 प्रतिशत बढ़कर समीक्षाधीन तिमाही में 2,668.80 करोड़ रुपये हो गई।

मार्च 2025 तिमाही में कुल बिक्री वर्ष-दर-वर्ष 6 प्रतिशत बढ़कर 2,414 करोड़ रुपये हो गई, जबकि घरेलू बिक्री 1,935 करोड़ रुपये (मार्च 2024 तिमाही से 1 प्रतिशत अधिक) रही। निर्यात बिक्री समीक्षाधीन तिमाही में साल-दर-साल 39 प्रतिशत बढ़कर 479 करोड़ रुपये हो गई।

इन परिणामों के बाद, नकारात्मक आंकड़ों के बावजूद, कमिंस इंडिया के शेयरों में 7 प्रतिशत की उछाल देखी गई।

वेल्सपुन कॉर्प का लाभ 143% उछला, ऑर्डरबुक में वृद्धि

वेल्सपुन कॉर्प लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) ने मार्च तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में 143 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज करते हुए 699.19 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च अवधि में 287.28 करोड़ रुपये था। हालांकि, डब्ल्यूसीएल ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में आय में गिरावट देखी, जो 3,966.86 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 4,543.70 करोड़ रुपये थी।

कंपनी का ऑर्डरबुक 19,500 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है, जिससे भविष्य के विकास के लिए मजबूत आधार तैयार हुआ है। इन परिणामों के बाद वेल्सपुन कॉर्प के शेयरों में 9.09 प्रतिशत की उछाल देखी गई।

प्रेस्टीज एस्टेट्स, लेमन ट्री होटल्स और अन्य कंपनियों के परिणाम

रियल्टी कंपनी प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने भी अपने वित्तीय परिणाम जारी किए, जिसमें कंपनी ने अच्छी वृद्धि दर्शाई है। इसी तरह, लेमन ट्री होटल्स और अन्य होटल और आतिथ्य क्षेत्र की कंपनियों ने भी अपने परिणाम घोषित किए हैं।

अल्केम लैबोरेटरीज ने 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 306 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 294 करोड़ रुपये था। कंपनी के बोर्ड ने प्रति शेयर 8 रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है।

सामवर्धन मदरसन इंटरनेशनल ने 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 1,051 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 1,372 करोड़ रुपये था। बोर्ड ने प्रति शेयर 0.35 रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है।

ओला इलेक्ट्रिक का घाटा बढ़ा

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने मार्च 2025 तिमाही में 870 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया है, जबकि मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में 416 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी के घाटे में वृद्धि विस्तार योजनाओं और बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के कारण हुई है।

सेंसेक्स और निफ्टी में सकारात्मक रुख

गुरुवार को शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक दो दिन की गिरावट के बाद सकारात्मक रहे। अमेरिकी अदालत द्वारा ट्रंप के प्रतिशोधात्मक कर नीति को खारिज करने के बाद वैश्विक धारणा में सुधार हुआ। आईटी क्षेत्र अमेरिकी टेक दिग्गज एनविडिया के मजबूत परिणामों के बाद फोकस में रहा।

सेंसेक्स और निफ्टी 50 में प्रारंभिक बढ़त के बाद कुछ गिरावट आई, लेकिन फिर भी दोनों सूचकांक सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए। इंडसइंड, सन फार्मा, इटर्नल और ट्रेंट शीर्ष लाभकर्ता रहे, जबकि मेटल, रियल्टी और रक्षा शेयरों में तेजी रही।

वर्ष 2025 की संभावनाएं

वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजों का सिलसिला अभी जारी है, और आने वाले दिनों में कई और प्रमुख कंपनियां अपने परिणाम घोषित करेंगी। विश्लेषकों का मानना है कि विभिन्न क्षेत्रों में मिश्रित प्रदर्शन देखने को मिल रहा है, जिसमें कुछ क्षेत्र मजबूती दिखा रहे हैं जबकि अन्य चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

निवेशकों की नज़र अब आने वाली सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों और भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक नीति पर होगी, जो बाजार की भावी दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

आईटी और इंजीनियरिंग क्षेत्र की कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन के साथ, निवेशकों को इन क्षेत्रों में संभावनाएं दिख रही हैं। वहीं, ऑटोमोबाइल और फार्मा जैसे क्षेत्रों में कुछ चुनौतियां भी हैं, जिन पर निवेशकों को नज़र रखनी होगी।

निवेशकों के लिए सुझाव

विश्लेषकों का सुझाव है कि वर्तमान बाजार स्थितियों में निवेशकों को सावधानीपूर्वक चयन करना चाहिए और मजबूत फंडामेंटल्स वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। तिमाही परिणामों के अलावा, कंपनियों के भविष्य के दृष्टिकोण और विकास योजनाओं पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) की गतिविधियों पर नज़र रखना भी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि ये बाजार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उभरते क्षेत्र और अवसर

नवीकरणीय ऊर्जा, जैसे कि सुजलॉन एनर्जी के मजबूत प्रदर्शन से स्पष्ट है, आने वाले समय में महत्वपूर्ण विकास क्षेत्रों में से एक है। इसी तरह, डिजिटल सेवाओं, जैसे कि आईआरसीटीसी, और निर्माण क्षेत्र में भी अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत बुनियादी तत्वों के साथ, दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अच्छे अवसर मौजूद हैं, हालांकि अल्पकालिक अस्थिरता बनी रह सकती है।

वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के परिणामों से स्पष्ट है कि भारतीय कॉरपोरेट क्षेत्र में विविधता और लचीलापन है। कुछ क्षेत्रों और कंपनियों ने मजबूत प्रदर्शन दिखाया है, जबकि अन्य चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। निवेशकों के लिए यह समय सावधानीपूर्वक विश्लेषण और सोच-समझकर निवेश का है।

आने वाले दिनों में और अधिक कंपनियां अपने परिणाम घोषित करेंगी, जिससे वित्त वर्ष 2024-25 की समग्र तस्वीर और स्पष्ट होगी। बाजार विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशकों को आगामी जीडीपी आंकड़ों और आरबीआई की मौद्रिक नीति जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतकों पर नज़र रखनी चाहिए, जो बाजार की आगामी दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं