मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन का खेल निर्णायक स्थिति में पहुंच गया है। तीसरे दिन के खेल समाप्ति तक भारतीय टीम ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए थे और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 474 रनों से 116 रन पीछे है।
नितीश रेड्डी का पहला टेस्ट शतक
भारतीय पारी का मुख्य आकर्षण युवा बल्लेबाज नितीश रेड्डी का शानदार प्रदर्शन रहा। उन्होंने 176 गेंदों में 12 चौकों की मदद से अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जड़ा। रेड्डी ने विपरीत परिस्थितियों में धैर्य और कौशल का परिचय दिया, जिससे भारत की पारी को स्थिरता मिली। वह 105 रन पर नाबाद हैं और उनके साथ मोहम्मद सिराज 2 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर के बीच आठवें विकेट के लिए 127 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई, जिसने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को लंबे समय तक संघर्ष करने पर मजबूर किया। सुंदर ने 50 रन की धैर्यपूर्ण पारी खेली और 162 गेंदों का सामना किया।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी का प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्कॉट बोलैंड और नाथन लायन ने गेंदबाजी में अहम भूमिका निभाई। लायन ने चार विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा। वहीं, बोलैंड ने रेड्डी और सुंदर की साझेदारी तोड़ने की भरसक कोशिश की, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने संयम के साथ खेलते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
चौथे दिन की रणनीति
चौथे दिन का खेल भारतीय टीम के लिए बेहद अहम होगा। रेड्डी और सिराज की जोड़ी से उम्मीद की जा रही है कि वे अंतिम विकेट के लिए कुछ उपयोगी रन जोड़ें और ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को कम करें। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया की कोशिश होगी कि वह भारतीय पारी को जल्द से जल्द समेटकर दूसरी पारी में तेज शुरुआत करे।
मौसम का मिजाज
चौथे दिन के खेल में मौसम अहम भूमिका निभा सकता है। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार मेलबर्न में बारिश की संभावना कम है, जिससे पूरे दिन खेल जारी रहने की उम्मीद है। नए नियमों के तहत चौथे दिन 98 ओवर फेंके जाएंगे, जिससे तीसरे दिन का समय आंशिक रूप से पूरा किया जा सके।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर असर
यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। जीत हासिल करने वाली टीम अंक तालिका में अपनी स्थिति मजबूत कर सकेगी। भारत को इस मैच में जीत दर्ज कर फाइनल की राह आसान करनी है, जबकि ऑस्ट्रेलिया इस मैच में बढ़त बनाकर अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहेगा।
चौथे दिन का खेल: क्या हो सकता है खास?
रेड्डी के शतक के बाद सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि वह अपनी पारी को कितने आगे ले जा सकते हैं। वहीं, भारतीय गेंदबाजों की भी परीक्षा होगी कि वे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को कितनी जल्दी पवेलियन भेजते हैं।
दर्शकों के लिए यह देखना रोचक होगा कि क्या भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के स्कोर के करीब पहुंच पाती है या नहीं। इसके साथ ही, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की दूसरी पारी में उनकी रणनीति भी मैच का रुख तय करेगी।
चौथे दिन का खेल दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। जहां भारत की कोशिश पहली पारी के अंतर को पाटने और बढ़त हासिल करने की होगी, वहीं ऑस्ट्रेलिया मैच में नियंत्रण पाने के इरादे से उतरेगा। रोमांचक मोड़ पर पहुंचा यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार अनुभव बनने की उम्मीद है।