
Published on: 03/07/2025
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र और मध्य प्रदेश सीमा से लगे जिलों में कल यानी बृहस्पतिवार को मानसूनी बारिश होने की पूरी संभावना है। हालांकि, प्रदेश के अन्य हिस्सों में मानसून कुछ दिनों के लिए ब्रेक लेने वाला है, जिससे गर्मी और उमस से लोगों को परेशानी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र और मध्य प्रदेश से सटे जिलों में कल बृहस्पतिवार को अच्छी मानसूनी बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मानसूनी बारिश की गतिविधियां फिलहाल मंद पड़ने के स्पष्ट संकेत दिख रहे हैं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी दो दिनों में थोड़ी सक्रियता दिखाने के बाद मानसूनी बारिश की रफ्तार पुनः धीमी हो जाएगी। इस दौरान वातावरण में मौजूद अत्यधिक नमी के कारण और सूरज की धूप-छांव के साथ बादलों की आवाजाही से कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी की स्थिति बन सकती है।
पिछले कुछ दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश के सोनभद्र, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, अयोध्या, बस्ती, वाराणसी, बलिया और हरदोई जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की गई। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में मौसम प्रणाली दक्षिणी दिशा की ओर अधिक सक्रिय है। इसी कारण बुंदेलखंड और दक्षिणी उत्तर प्रदेश के इलाकों में तथा कहीं-कहीं तराई क्षेत्र में बृहस्पतिवार को अच्छी बारिश होने की संभावना प्रबल है।
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश के शेष हिस्सों में भारी बारिश की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। बृहस्पतिवार के लिए भी पूरे प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है।
निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की अपडेट से जुड़े रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें। विशेषकर बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के लोगों को बारिश के दौरान यात्रा करते समय सतर्क रहना चाहिए।
मानसून के इस अनियमित व्यवहार का कारण मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाले जल वाष्प के प्रवाह में बदलाव है। उम्मीद है कि जुलाई के मध्य तक पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा।
आगामी दिनों में मौसम के बदलते मिजाज के कारण किसानों को फसलों की बुवाई और सिंचाई के लिए योजना बनाने में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अपनी खेती की गतिविधियों को नियोजित करें।
नगर निगम और जिला प्रशासन ने शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए आवश्यक उपाय किए हैं। बारिश के मौसम में सड़कों पर होने वाले हादसों से बचने के लिए यातायात पुलिस ने भी विशेष सावधानियां बरतने की अपील की है।
मौसम विज्ञान केंद्र लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए है और आवश्यकतानुसार अलर्ट जारी करने के लिए तैयार है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान न देकर केवल आधिकारिक सूचनाओं का पालन करें।