मिराई मूवी रिव्यू: तेजा सज्जा की फैंटेसी फिल्म
29/09/2025
मिराई मूवी रिव्यू: तेजा सज्जा की धमाकेदार वापसी, विजुअल्स और एक्शन से भरपूर ये फैंटेसी फिल्म क्यों देखनी चाहिए?

मिराई मूवी रिव्यू: तेजा सज्जा की धमाकेदार वापसी, विजुअल्स और एक्शन से भरपूर ये फैंटेसी फिल्म क्यों देखनी चाहिए?

नलिनी मिश्रा
Author Name:
Published on: 12/09/2025

रिलीज डेट: 12 सितंबर 2025
रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐✰ (3.5/5)
स्टारकास्ट: तेजा सज्जा, मनोज मांचू, रितिका नायक, श्रिया सरन, जयराम, जगपति बाबू
डायरेक्टर: कार्तिक गट्टमनेनी
प्रोड्यूसर: टी.जी. विश्व प्रसाद, कृति प्रसाद
म्यूजिक: गौरा हरी

कहानी

फिल्म की जड़ें इतिहास और पौराणिक कथाओं में गहराई तक जाती हैं। सम्राट अशोक, कलिंग युद्ध की विभीषिका देखकर अमरत्व का रहस्य नौ पवित्र ग्रंथों में छिपा देते हैं और अपने वफादार रक्षकों को सौंपते हैं। सदियों बाद, साल 2000 में अंबिका (श्रिया सरन) को भविष्य दृष्टि का वरदान मिलता है और वह नौवें ग्रंथ की रखवाली करती हैं। लेकिन तब उभरता है महाबीर लामा उर्फ “ब्लैक स्वॉर्ड” (मनोज मांचू), जो इन ग्रंथों को पाना चाहता है ताकि अमरत्व हासिल कर सके और दुनिया पर राज कर सके।

अंबिका के प्रयासों के बावजूद महाबीर कुछ ग्रंथ अपने कब्जे में कर लेता है। हालात ऐसे बनते हैं कि हैदराबाद का एक बेफिक्र अनाथ युवक वेधा प्रजापति (तेजा सज्जा) इस कहानी से जुड़ जाता है। सवाल उठते हैं—क्या वेधा महाबीर को रोक पाएगा? ये ग्रंथ असली ताकत हैं या सिर्फ एक भ्रम? रितिका नायक का किरदार विभा आखिर कौन है और उसकी असली कहानी क्या है? और सबसे बड़ा सवाल—आखिर “मिराई” है क्या?

प्लस पॉइंट्स

  • तेजा सज्जा की परफॉर्मेंस लाजवाब है। हनु-मान की सफलता के बाद उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह बड़े पर्दे पर दर्शकों को एंटरटेन करने का दम रखते हैं। पहले हाफ में वह एक मस्तमौला लड़के के रूप में नजर आते हैं, जबकि सेकंड हाफ में उनका किरदार गहराई और ताकत से भर जाता है।

  • मनोज मांचू असली सरप्राइज पैकेज हैं। ब्लैक स्वॉर्ड के रूप में उनकी स्क्रीन प्रेज़ेंस जबरदस्त है। उनकी आंखों का गुस्सा और दमदार डायलॉग डिलीवरी उन्हें खलनायक के रूप में यादगार बना देती है।

  • श्रिया सरन अपने रोल से चौंकाती हैं। उनकी स्क्रीन टाइमिंग उम्मीद से ज्यादा है और उन्होंने हर इमोशनल सीन को शानदार तरीके से निभाया।

  • फिल्म में कई यादगार सीन हैं—वेधा की असली पहचान का खुलासा, प्री-इंटरवल ब्लॉक, ट्रेन सीक्वेंस, सिद्ध क्षेत्रम की फाइट और महाबीर का “बुक ऑफ साउंड” वाला ट्रैक।

  • पौराणिक झलकियों जैसे भगवान श्रीराम की दिव्य उपस्थिति और संपाती पक्षी का सीक्वेंस फिल्म को भव्यता प्रदान करते हैं।

  • टेक्निकल फ्रंट पर फिल्म शानदार है—गौरा हरी का बैकग्राउंड स्कोर सिहरन पैदा करता है। विजुअल इफेक्ट्स बजट के बावजूद बड़े स्तर के लगते हैं।

माइनस पॉइंट्स

  • पहला हाफ कुछ हद तक प्रेडिक्टेबल लगता है। हालांकि, स्क्रीनप्ले की तेजी इसे उबाऊ नहीं बनने देती।

  • रितिका नायक का किरदार पूरी तरह उभर नहीं पाया। उनके रोल को और गहराई दी जा सकती थी।

  • कॉमेडी ट्रैक, जिसमें निर्देशक वेंकटेश महा और किशोर तिरुमाला पुलिस बने हैं, कहानी की गंभीरता को तोड़ता है।

  • क्लाइमेक्स फिल्म के स्तर के हिसाब से कमजोर और पारंपरिक लगता है।

टेक्निकल पहलू

डायरेक्टर-डीपी कार्तिक गट्टमनेनी ने शानदार सिनेमेटोग्राफी और विजुअल्स पेश किए हैं। गौरा हरी का म्यूजिक फिल्म की जान है। एडिटर श्रीकर प्रसाद ने मूवी को क्रिस्प रखा है, हालांकि कुछ सीन और ट्रिम किए जा सकते थे।

वर्डिक्ट

कुल मिलाकर मिराई एक विजुअली शानदार, पौराणिकता और आधुनिकता का मेल है। तेजा सज्जा ने दमदार एक्टिंग से फिल्म को खड़ा किया है, मनोज मांचू खलनायक के रूप में छा जाते हैं और श्रिया सरन इमोशनल लेयर जोड़ती हैं। थोड़ी प्रेडिक्टेबलिटी और कमजोर क्लाइमेक्स के बावजूद, फिल्म की रफ्तार, एक्शन सीक्वेंस और ग्रैंड विजुअल्स इसे थिएटर्स में जरूर देखने लायक बनाते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं