02/05/2025

गाजा पर इजरायल का Massive Airstrike: Hamas Leaders Killed

18 मार्च, 2025 को इजरायल ने गाजा पट्टी पर अब तक का सबसे बड़ा और व्यापक हवाई हमला किया, जिसमें सैकड़ों मिसाइलों और बमों का इस्तेमाल किया गया। इस हमले में हमास सरकार के प्रमुख और कई वरिष्ठ नेताओं सहित कम से कम 20 प्रमुख अधिकारियों की मौत हो गई। यह आक्रमण इतना तीव्र था कि इसने दो महीने के नाजुक युद्धविराम को तत्काल समाप्त कर दिया और फिलिस्तीनी क्षेत्र में एक नए, गंभीर संकट की शुरुआत की है, जिससे क्षेत्र में तनाव और अस्थिरता बढ़ गई है।

हमले का विवरण और प्रभाव

इजरायली सेना ने गाजा के उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई स्थानों पर बमबारी की। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में कम से कम 413 लोगों की मौत हो गई और 500 से अधिक घायल हुए हैं। मृतकों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

हमास के आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में हमास सरकार के प्रमुख इस्साम अल-दालिस, आंतरिक मंत्रालय के प्रमुख महमूद अबू वत्फा, और आंतरिक सुरक्षा सेवा के महानिदेशक बहजत अबू सुल्तान सहित कई वरिष्ठ नेताओं की मौत हो गई।

इजरायल का पक्ष

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा कि उन्होंने सेना को हमास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कदम गाजा में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक था। उनका आरोप है कि हमास ने बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया था और युद्धविराम प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था, जिससे इजरायल के पास कोई विकल्प नहीं बचा था।

इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “हमास ने इजरायल के पास कोई और विकल्प नहीं छोड़ा है। उन्हें या तो कूटनीतिक रास्ता अपनाना चाहिए या फिर परिणाम भुगतने होंगे। हम शांति चाहते हैं, लेकिन हमारी सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते।”

हमास की प्रतिक्रिया

हमास ने इजरायल पर युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस हमले से गाजा में अभी भी बंधक बनाए गए 59 लोगों की स्थिति और भी खतरनाक हो गई है। इसके अलावा, हमास ने चेतावनी दी है कि इस हमले से क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है।

हमास के एक प्रवक्ता ने कहा, “इजरायल ने जनवरी में हुए युद्धविराम समझौते को एकदम से पलट दिया है। यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करते हैं कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और इजरायल को जवाबदेह ठहराएं।”

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने इस हमले की निंदा की है और तत्काल युद्धविराम की मांग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रशासन ने कहा कि इजरायल ने हमला करने से पहले उनसे सलाह ली थी।

यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा, “यह हमला गाजा में मानवीय संकट को और बढ़ा देगा। हम सभी पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं।”

गाजा की स्थिति

गाजा पट्टी में स्थिति बेहद गंभीर है। अस्पताल पहले से ही भरे हुए हैं और घायलों के इलाज के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कई जगहों पर शवों का अंबार लगा हुआ है।

गाजा के एक अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद जकाउत ने बताया, “आज गाजा पट्टी के कई क्षेत्रों में इजरायल ने नरसंहार किए हैं। सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इन सभी को तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है।”

युद्ध का इतिहास और वर्तमान स्थिति

इजरायल और हमास के बीच यह संघर्ष 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था। उस हमले में 1,200 से अधिक इजरायली मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था।

इसके बाद इजरायल ने गाजा पर भीषण हमले शुरू किए, जिनमें अब तक 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें से आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।

जनवरी 2025 में दोनों पक्षों ने एक युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन यह समझौता अब टूट गया है।

आगे की संभावनाएं

इस नए हमले के बाद गाजा में स्थिति और भी जटिल हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे शांति प्रक्रिया में और देरी होगी और दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ेगा।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए अब यह चुनौती है कि वह किस तरह से इस संकट को हल करे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।

गाजा में इजरायल का यह नया हमला इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में एक नया मोड़ है। इससे न केवल क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा, बल्कि मानवीय संकट भी गहरा होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह समय है कि वह इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करे और एक स्थायी समाधान की दिशा में काम करे।

यह स्पष्ट है कि इस जटिल संघर्ष का कोई आसान समाधान नहीं है। दोनों पक्षों को अपने मतभेदों को दूर करने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की दिशा में काम करने की आवश्यकता है। केवल बातचीत और समझौते के माध्यम से ही इस लंबे संघर्ष का समाधान संभव है।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं