Published on: 09/03/2025
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। यह रोमांचक मुकाबला 49वें ओवर तक चला, जहां भारत ने अपनी धैर्य और कौशल का प्रदर्शन किया। यह भारत की तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी जीत थी, जो 2002 और 2013 की जीत के बाद आई, और इसने पूरे क्रिकेट जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस जीत ने भारत को ICC रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया
टॉस और प्रारंभिक रणनीति
न्यूजीलैंड के कप्तान मिशेल सेंटनर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। यह फैसला पिच की स्थिति और मौसम के अनुकूल माहौल को देखते हुए लिया गया। उनकी टीम ने 50 ओवर में 251 रन बनाए, जो एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य साबित हुआ। न्यूजीलैंड की पारी में कुछ महत्वपूर्ण साझेदारियां देखने को मिलीं, जिन्होंने स्कोर को प्रतिस्पर्धी बनाया।
भारतीय बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारतीय टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए धैर्य और आक्रामकता का संतुलन बनाए रखा। उनकी रणनीति थी कि शुरुआती ओवरों में विकेट न गंवाएं और फिर धीरे-धीरे रन गति बढ़ाएं। इस दृष्टिकोण ने टीम को दबाव से मुक्त रखा और बल्लेबाजों को अपने शॉट्स चुनने की स्वतंत्रता दी। कप्तान रोहित शर्मा ने अपने अनुभव का उपयोग करते हुए टीम को शांत और केंद्रित रखा, जो अंततः जीत के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ।
शानदार ओपनिंग साझेदारी
रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने मैच की शुरुआत में ही दमदार प्रदर्शन किया। दोनों ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों का सामना करते हुए शानदार बल्लेबाजी की। उनके बीच पहले विकेट के लिए 105 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई, जो 18 ओवरों में पूरी हुई। इस साझेदारी ने न केवल भारत को मजबूत स्थिति प्रदान की, बल्कि विरोधी टीम पर भी मानसिक दबाव बनाया।
महत्वपूर्ण योगदान
- रोहित शर्मा: 76 रन (83 गेंदों में)
- शुभमन गिल: 31 रन (50 गेंदों में)
- श्रेयस अय्यर: 48 रन (62 गेंदों में)
- केएल राहुल: 34 रन (नाबाद)
निर्णायक क्षण
रविंद्र जडेजा ने 49वें ओवर की अंतिम गेंद पर चौका लगाकर भारत की जीत सुनिश्चित की। यह शॉट न केवल मैच का निर्णायक क्षण था, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय भी था। स्टेडियम में मौजूद हजारों प्रशंसकों ने इस पल का जश्न मनाया, जबकि टीम के सदस्य मैदान पर एकत्र होकर एक-दूसरे को गले लगाते नजर आए। यह क्षण पूरी टीम के लिए ऐतिहासिक रहा और भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई ऊंचाई का प्रतीक बन गया।
न्यूजीलैंड का प्रदर्शन
न्यूजीलैंड की ओर से डेरिल मिचेल ने सर्वाधिक 63 रन बनाए, जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। माइकल ब्रेसवेल ने 53 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें उन्होंने 4 चौके लगाए। कप्तान केन विलियमसन ने भी 35 रन बनाए, लेकिन अंतिम में यह प्रयास पर्याप्त नहीं रहा और टीम को हार का सामना करना पड़ा।
विजय के मुख्य आकर्षण
- भारत का तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब
- 4 विकेट से जीत
- 6 गेंद शेष रहते मैच समाप्त
महत्वपूर्ण आंकड़े
- जीत का मार्जिन: 4 विकेट
- लक्ष्य: 252 रन
- भारत का स्कोर: 254/6 (49 ओवर)
यह जीत न केवल एक ट्रॉफी थी, बल्कि भारतीय क्रिकेट की दृढ़ता, संकल्प और उत्कृष्टता का प्रतीक था। रोहित शर्मा की कुशल कप्तानी, युवा खिलाड़ियों के जोश और अनुभवी खिलाड़ियों के मार्गदर्शन के साथ टीम के संयुक्त प्रयासों ने इस जीत को अविस्मरणीय बना दिया। यह विजय भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिखने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।