
Published on: 08/09/2025
अमेरिका के जॉर्जिया में बन रहे Hyundai-LG बैटरी प्लांट पर फेडरल एजेंसियों ने बड़ी छापेमारी की। इस ऑपरेशन में कुल 475 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें सबसे ज्यादा दक्षिण कोरिया के नागरिक बताए गए। अधिकारियों के मुताबिक यह अब तक का सबसे बड़ा सिंगल-साइट ऑपरेशन था, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान का हिस्सा है। यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है जब वाशिंगटन और सियोल के बीच आयातित सामान पर टैरिफ को लेकर खींचतान बढ़ी हुई है और 350 अरब डॉलर के निवेश वाले व्यापार समझौते की डिटेल्स पर मतभेद बने हुए हैं।
वीडियो में दिखा पूरा ऑपरेशन
शनिवार को अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) द्वारा जारी वीडियो में दिखा कि कई गाड़ियां एलाबेल शहर स्थित Hyundai Motor-LG Energy Solution प्लांट की ओर बढ़ीं। इसके बाद फेडरल एजेंटों ने हार्ड हैट और सेफ्टी वेस्ट पहने कर्मचारियों को बाहर लाइन में खड़ा कराया। वीडियो में HSI (Homeland Security Investigations) लिखे वेस्ट में एक अधिकारी कर्मचारियों से कहते सुनाई देता है—
“हमारे पास पूरे साइट के लिए सर्च वारंट है। निर्माण तुरंत बंद होना चाहिए। साइट पर सभी काम अभी रोक दिए जाएं।”
जॉर्जिया की सबसे बड़ी आर्थिक परियोजना
यह प्लांट इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए बैटरी सप्लाई करने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है। राज्य अधिकारियों ने इससे पहले इसे जॉर्जिया की सबसे बड़ी आर्थिक विकास परियोजना बताया था।
हिरासत की प्रक्रिया: तलाशी, हथकड़ियां और बसें
छापे के दौरान कुछ लोगों को बस में चढ़ने से पहले हाथ ऊपर कर तलाशी देने के निर्देश दिए गए। कई बंदियों के हाथ, टखनों और कमर में बेड़ियां डाली गईं, जबकि कुछ की कलाईयों पर प्लास्टिक स्ट्रिप्स बांधी गईं और उन्हें जॉर्जिया की कैदी बसों में बैठाया गया।
एक मजदूर ने CNN को बताया कि एजेंट साइट पर ऐसे पहुंचे, मानो युद्ध क्षेत्र हो। उनके अनुसार, “सबको दीवार के पास खड़ा किया गया, हम लगभग एक घंटे वहीं रहे, फिर हमें दूसरी जगह ले जाकर इंतजार कराया गया और बाद में एक अलग बिल्डिंग में प्रोसेस किया गया।”
कागजी जांच: ‘Clear to depart’ पर्ची
कर्मचारियों के मुताबिक एजेंटों ने सोशल सिक्योरिटी नंबर, जन्मतिथि और पहचान से जुड़ी जानकारी मांगी। जो कर्मचारी कानूनी रूप से अमेरिका में थे, उन्हें ‘clear to depart’ लिखी पर्ची दी गई, जिसे प्लांट से निकलते समय गेट पर तैनात अधिकारियों को दिखाना था।
कौन-कौन से उल्लंघन?
HSI अटलांटा के विशेष एजेंट स्टीवन श्रैंक के अनुसार, गिरफ्तार लोग “अवैध रूप से अमेरिका में मौजूद” थे और “गैरकानूनी तरीके से काम” कर रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग सीमा पार कर अवैध रूप से आए, कुछ ऐसे वीजा पर पहुंचे जिनमें वर्क परमिशन नहीं था, जबकि कुछ ने वर्क वीजा की अवधि से ज्यादा समय तक रहकर काम किया।
एजेंसियों का कहना है कि यह अभियान जॉर्जिया और अमेरिका के लोगों के लिए नौकरियों की सुरक्षा, कानून मानने वाले व्यवसायों के लिए समान अवसर, आर्थिक सुरक्षा और कर्मचारियों को शोषण से बचाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
वकील का बयान और वीजा वेवर प्रोग्राम
एक इमिग्रेशन वकील, जो गिरफ्तार दो कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, ने कहा कि उनके मुवक्किल वीजा वेवर प्रोग्राम के तहत दक्षिण कोरिया से आए थे। इस प्रोग्राम में 90 दिन या कम अवधि के पर्यटन/व्यापार के लिए बिना वीजा अमेरिका यात्रा की अनुमति मिलती है।
भागने की कोशिश भी हुई
अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस (साउदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ जॉर्जिया) के अनुसार, कई कर्मचारियों ने साइट से भागने की कोशिश की। कुछ लोग तो परिसर में स्थित सीवेज तालाब की ओर भी दौड़ गए।
निवेश, फैक्ट्रियां और टैरिफ तनाव
दक्षिण कोरिया—एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था—ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स का बड़ा निर्माता है और अमेरिका में कई फैक्ट्रियां चलाता है। अमेरिकी बाजार तक बेहतर पहुंच और टैरिफ के जोखिम से बचने के लिए दक्षिण कोरियाई कंपनियां अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं।
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