Health Tips: पथरी के लिए कुल्थी दाल के फायदे
29/09/2025
Health Tips: बस खाइए ये एक दाल और पथरी पिघल जाएगी! जानिए आयुर्वेदिक चमत्कार

Health Tips: बस खाइए ये एक दाल और पथरी पिघल जाएगी! जानिए आयुर्वेदिक चमत्कार

नलिनी मिश्रा
Author Name:
Published on: 26/09/2025

पथरी की समस्या और घरेलू उपाय

आजकल पथरी यानी किडनी स्टोन की समस्या बेहद आम हो गई है। छोटे से लेकर बड़े उम्र के लोग तक इससे जूझ रहे हैं। कई बार पथरी इतनी परेशान कर देती है कि ऑपरेशन तक करवाना पड़ता है। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि बार-बार डॉक्टर के चक्कर न लगाने पड़ें, तो आयुर्वेद में एक बेहद आसान उपाय बताया गया है।

भारतीय आध्यात्मिक गुरु और स्वास्थ्य से जुड़े वीडियो बनाने वाले नित्यानंदम श्री का मानना है कि पथरी से छुटकारा पाने के लिए आपको बस अपनी डाइट में एक खास दाल शामिल करनी होगी। यह दाल है – कुल्थी की दाल

कुल्थी की दाल क्यों है खास?

नित्यानंदम श्री बताते हैं कि अगर किसी को बार-बार पथरी की समस्या होती है, तो उसे हफ्ते में 1-2 बार कुल्थी दाल जरूर खानी चाहिए।

👉 मूंग दाल के बाद, कुल्थी को सबसे ज्यादा पौष्टिक माना जाता है।
👉 इसे आप चाहें तो बाकी दालों के साथ मिलाकर भी बना सकते हैं।
👉 बच्चों, बुजुर्गों, कमजोर और स्वस्थ – हर किसी के लिए यह दाल फायदेमंद है।
👉 खासकर जब इसे तिल के तेल में पकाया जाए, तो यह जल्दी पचती है और शरीर को ज्यादा पोषण देती है।

आजकल कुल्थी को आयुर्वेदिक सुपरफूड कहा जाने लगा है।

कुल्थी दाल के फायदे

1. पथरी घोलने में मददगार

कुल्थी दाल यूरिनरी ट्रैक्ट को साफ करती है और किडनी में जमी पथरी को घोलकर पेशाब के रास्ते बाहर निकालने में मदद करती है।

2. नैचुरल डाययूरेटिक गुण

इस दाल में मूत्रवर्धक (Natural Diuretic) गुण होते हैं, जो बार-बार पेशाब कराते हैं और इसी प्रक्रिया से पथरी शरीर से बाहर निकलती है।

3. किडनी डिटॉक्स और यूरिक एसिड कंट्रोल

कुल्थी दाल किडनी को डिटॉक्स करती है और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह उन लोगों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है, जिन्हें जोड़ों में दर्द या गाउट की समस्या रहती है।

4. पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है

तिल के तेल में बनी कुल्थी दाल पेट को हल्का रखती है और गैस, अपच जैसी समस्याओं से राहत देती है।

5. पोषण का खजाना

यह दाल प्रोटीन, फाइबर, आयरन और मिनरल्स से भरपूर होती है। नियमित सेवन से शरीर को ताकत मिलती है और कमजोरी दूर होती है।

कुल्थी दाल को डाइट में कैसे शामिल करें?

  • हफ्ते में 1 से 2 बार कुल्थी की दाल को भोजन में शामिल करें।

  • इसे मूंग या अरहर जैसी दूसरी दालों के साथ मिलाकर पकाएं।

  • बेहतर असर के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल करें।

  • चाहें तो सूप या खिचड़ी के रूप में भी इसे खा सकते हैं।

सावधानियां

हालांकि कुल्थी दाल सेहत के लिए बेहद लाभकारी है, लेकिन इसे खाने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। हर किसी का शरीर अलग होता है और कुछ मामलों में एक्सपर्ट गाइडेंस जरूरी है। अगर आप पथरी से परेशान हैं और ऑपरेशन से बचना चाहते हैं, तो आयुर्वेद में बताए गए इस नुस्खे को जरूर आजमाएं। कुल्थी दाल को हफ्ते में कुछ बार खाने से किडनी स्टोन धीरे-धीरे घुल सकता है और आपको मिल सकती है लंबे समय तक राहत।

अस्वीकरण:

यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है। Bignews18.in किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं