भारतीय फुटबॉल के परिदृश्य में हाल ही में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, जो खेल प्रेमियों के लिए उत्साहजनक हैं। स्पेनिश कोच मनोलो मार्केज़ को भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। वर्तमान में वे इंडियन सुपर लीग (ISL) की टीम एफसी गोवा के मुख्य कोच हैं और 2024-25 सीज़न के दौरान दोनों भूमिकाएँ निभाएंगे।
मार्केज़ ने अपने कोचिंग करियर में विभिन्न स्तरों पर टीमों का मार्गदर्शन किया है, जिसमें स्पेन की ला लीगा में लास पालमास की पहली टीम का कोचिंग शामिल है। भारत में, उन्होंने हैदराबाद एफसी के साथ 2021-22 सीज़न में ISL खिताब जीता और अब एफसी गोवा के साथ अपने अनुभव को साझा कर रहे हैं।
एफसी गोवा के साथ अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए, मार्केज़ ने कहा, “मैं सुबह उठता हूँ और सोचता हूँ, ‘वाह, अब आप इन खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण करेंगे’। वे कड़ी मेहनत का आनंद लेते हैं और जो कर रहे हैं, उसमें विश्वास रखते हैं। यह बहुत अच्छा अनुभव है। मैं इस शानदार समूह के साथ बहुत आनंद ले रहा हूँ।”
मार्केज़ ने एफसी गोवा के खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए उन्हें अपने कोचिंग करियर के तीन सर्वश्रेष्ठ समूहों में से एक बताया है। उन्होंने कहा, “मेरे कोचिंग करियर में यह समूह लास पालमास ‘बी’ और हैदराबाद के साथ मेरे अनुभवों के समान है, जहाँ हमने विशेष उपलब्धियाँ हासिल कीं।”
एफसी गोवा के साथ अपने कार्यकाल के दौरान, मार्केज़ ने टीम की रणनीति और खेल शैली में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उनकी कोचिंग के तहत, टीम ने आक्रामक खेल और मजबूत डिफेंस का प्रदर्शन किया है, जिससे वे लीग में एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं।
भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने मार्केज़ की नियुक्ति पर कहा, “हमें इस महत्वपूर्ण भूमिका में मार्केज़ का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है और उन्हें राष्ट्रीय कर्तव्य के लिए रिहा करने की उदारता के लिए एफसी गोवा के भी आभारी हैं। हम आने वाले वर्षों में मार्केज़ के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।”
मार्केज़ ने अपनी नियुक्ति के बाद कहा, “भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का कोच बनना मेरे लिए सम्मान की बात है, एक ऐसा देश जिसे मैं अपना दूसरा घर मानता हूँ। भारत और इसके लोग ऐसे हैं, जिनसे मैं काफी जुड़ा हुआ महसूस करता हूँ और जब से मैं पहली बार इस खूबसूरत देश में आया हूँ, तब से मैं इसका एक हिस्सा महसूस करता हूँ।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं एफसी गोवा का बहुत आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे आगामी सीज़न के दौरान राष्ट्रीय टीम की मदद करने की छूट दी, जबकि मैं अभी भी क्लब का मुख्य कोच हूँ। मैं इस अवसर के लिए AIFF का आभारी हूँ और हमें उम्मीद है कि हम फुटबॉल के लिए बेहतरीन काम करेंगे।”
मार्केज़ की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारतीय फुटबॉल टीम फीफा विश्व कप 2026 के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही थी, जिसके बाद AIFF ने पिछले मुख्य कोच इगोर स्टिमैक का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त कर दिया था।
एफसी गोवा के साथ अपने अनुभव को साझा करते हुए, मार्केज़ ने कहा, “मैं सुबह उठता हूँ और सोचता हूँ, ‘वाह, अब आप इन खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण करेंगे’। वे कड़ी मेहनत का आनंद लेते हैं और जो कर रहे हैं, उसमें विश्वास रखते हैं। यह बहुत अच्छा अनुभव है। मैं इस शानदार समूह के साथ बहुत आनंद ले रहा हूँ।”
उन्होंने एफसी गोवा के खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए उन्हें अपने कोचिंग करियर के तीन सर्वश्रेष्ठ समूहों में से एक बताया है। उन्होंने कहा, “मेरे कोचिंग करियर में यह समूह लास पालमास ‘बी’ और हैदराबाद के साथ मेरे अनुभवों के समान है, जहाँ हमने विशेष उपलब्धियाँ हासिल कीं।”
मार्केज़ की कोचिंग शैली और उनकी रणनीतिक समझ ने एफसी गोवा को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है। उनकी नेतृत्व क्षमता और खिलाड़ियों के साथ उनकी समझदारी ने टीम के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण सुधार किया है।
भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों को उम्मीद है कि मार्केज़ की नियुक्ति से राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन में सुधार होगा और वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। मार्केज़ की अनुभव और उनकी कोचिंग शैली निश्चित रूप से भारतीय फुटबॉल के भविष्य के लिए लाभदायक साबित होगी।
अंत में, मनोलो मार्केज़ की नियुक्ति भारतीय फुटबॉल के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी कोचिंग के तहत, एफसी गोवा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, और अब राष्ट्रीय टीम के साथ उनकी भूमिका से भारतीय फुटबॉल को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। उनकी रणनीतिक समझ, अनुभव और खिलाड़ियों के साथ उनकी तालमेल भारतीय फुटबॉल के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत हैं।