सोशल मीडिया पर तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का एक हल्का-फुल्का वीडियो तेजी से वायरल है। क्लिप में एर्दोगन मुस्कुराते हुए मेलोनी से कहते दिखते हैं कि “तुम्हें स्मोकिंग छोड़नी होगी।” इस पर मेलोनी हँसते हुए जवाब देती हैं—“मुझे पता है, मुझे पता है। मैं किसी को मारना नहीं चाहती।” उनकी यह प्रतिक्रिया सुनकर आसपास मौजूद लोग भी मुस्कुरा उठते हैं।
यह बातचीत मिस्र में हुई गाज़ा शांति सम्मिट के दौरान की बताई जा रही है, जहाँ दुनिया भर के नेता शामिल हुए। उसी दौरान एर्दोगन ने मेलोनी का गर्मजोशी से स्वागत किया और मजाक-मजाक में धूम्रपान छोड़ने की सलाह दे डाली। वीडियो में साफ दिखता है कि मेलोनी पहली प्रतिक्रिया में थोड़ी हैरान होती हैं, लेकिन तुरंत सहज होकर हँसते हुए अपनी लाइन कहती हैं, “मैं किसी को मारना नहीं चाहती,” यानी पैसिव स्मोकिंग से दूसरों को नुकसान न हो—इसका इशारा करती दिखाई देती हैं।
यहीं पास खड़े फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी ठिठोली में शामिल हो जाते हैं। वे हँसते हुए टोकते हैं—“यह नामुमकिन है।” मैक्रों की यह बात सुनते ही वहाँ मौजूद लोगों के चेहरे पर और भी हँसी फैल जाती है। कुछ ही सेकंड की यह फ्रेंडली बातचीत सोशल मीडिया पर जैसे ही आई, क्लिप तेजी से फैल गई और यूज़र्स ने इसे “सम्मिट का सबसे हल्का पल” बताकर रीपोस्ट करना शुरू कर दिया।
गाज़ा शांति सम्मिट एक बड़ा कूटनीतिक मंच था, जहाँ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित कई शीर्ष नेता जुटे। इस मीटिंग का फोकस गाज़ा में युद्ध को खत्म करने की कोशिशों और संघर्ष के बाद इलाके के भविष्य के लिए नई शुरुआत पर रहा। सम्मिट को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने को-चेयर किया। तमाम गंभीर चर्चाओं के बीच यह कैज़ुअल बातचीत सम्मिट के औपचारिक माहौल में एक हल्का सा ब्रेक बन गई, जो दर्शकों को भी पसंद आया।
दिलचस्प यह भी रहा कि मिस्र में मेलोनी का सिर्फ यही पल वायरल नहीं हुआ। एक दूसरा वीडियो भी चर्चा में रहा, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इटालियन पीएम की मंच से तारीफ कर दी। शर्म अल-शेख में अपनी स्पीच के दौरान ट्रंप ने वैश्विक नेताओं को मौजूदगी के लिए धन्यवाद कहा। फिर जैसे ही मेलोनी का ज़िक्र आया, उन्होंने उनकी ख़ूबसूरती पर कमेंट किया और यह कहते हुए हँसाए कि अमेरिका में अगर कोई किसी महिला नेता को “खूबसूरत” कह दे तो राजनीतिक करियर पर असर पड़ सकता है—लेकिन वे “अपना भाग्य आज़माएंगे।”
ट्रंप ने कहा, “हमारे पास एक औरत है, एक जवान औरत जो… मुझे यह कहने की इजाज़त नहीं है क्योंकि अगर आप कहते हैं कि वह एक खूबसूरत जवान औरत है, तो यह आमतौर पर आपके पॉलिटिकल करियर का अंत होता है। अगर आप यूनाइटेड स्टेट्स में किसी औरत के बारे में ‘खूबसूरत’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपके पॉलिटिकल करियर का अंत है—लेकिन मैं अपनी किस्मत आज़माऊँगा।” इसके बाद उन्होंने सीधे मेलोनी की ओर देखकर पूछा, “आपको सुंदर कहलाने में कोई दिक्कत नहीं है, है ना? क्योंकि आप हैं।”
ये दोनों क्लिप्स—एर्दोगन का स्मोकिंग वाला मज़ाक और ट्रंप की ऑन-स्टेज तारीफ—सम्मिट के गंभीर एजेंडे के बीच मानवीय और अनौपचारिक पल दिखाते हैं। सोशल मीडिया रिएक्शंस में भी यही दिखा: कई यूज़र्स ने मेलोनी के हल्के-फुल्के अंदाज़ की तारीफ की, तो कुछ ने नेताओं की पर्सनैलिटी के इन पहलुओं पर चुटकी ली। कुल मिलाकर, गाज़ा शांति सम्मिट जैसे सख्त कूटनीतिक मंच पर भी ऐसे कैज़ुअल मोमेंट्स ने दुनियाभर के दर्शकों का ध्यान खींचा और चर्चा का नया एंगल दे दिया।

