दिव्या देशमुख: FIDE चैंपियन और भारत की चौथी ग्रैंडमास्टर
03/08/2025
दिव्या देशमुख: 19 साल की नागपुर की लड़की ने कैसे जीता FIDE विश्व कप, बनीं भारत की नई शतरंज की रानी

दिव्या देशमुख: 19 साल की नागपुर की लड़की ने कैसे जीता FIDE विश्व कप, बनीं भारत की नई शतरंज की रानी

नलिनी मिश्रा
Author Name:
Published on: 31/07/2025

नागपुर की 19 वर्षीय प्रतिभा दिव्या देशमुख ने बाटुमी, जॉर्जिया में आयोजित fide महिला विश्व कप 2025 जीतकर इतिहास रच दिया है। इस शानदार जीत के साथ ही वह भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर बन गई हैं और देश का नाम विश्व पटल पर रोशन किया है। उन्होंने फाइनल में अपनी ही देशवासी और अनुभवी खिलाड़ी कोनेरू हम्पी को हराकर यह उपलब्धि हासिल की।

टूर्नामेंट में दिव्या का शानदार सफर

divya deshmukh family के समर्थन से दिव्या ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपना जलवा दिखाया। 15वीं सीड से शुरुआत करने वाली दिव्या ने लगातार चार मैचों में अपने से ऊंची रैंकिंग वाले खिलाड़ियों को हराया। चौथे राउंड में उन्होंने चीन की दूसरी सीड झू जिनर, क्वार्टर फाइनल में भारत की ही डी हरिका और सेमीफाइनल में पूर्व विश्व चैंपियन तान झोंगई को हराया।

फाइनल में हम्पी के खिलाफ क्लासिकल गेम्स ड्रॉ रहने के बाद टाई-ब्रेकर में दिव्या ने 2.5-1.5 से जीत हासिल की। इस जीत के बाद भावुक दिव्या ने कहा, “मुझे लगता है यह नियति थी कि मैं इस तरह ग्रैंडमास्टर बनूं। टूर्नामेंट से पहले मेरा एक भी नॉर्म नहीं था।”

शुरुआती जीवन और शिक्षा

Divya Deshmukh age महज 19 वर्ष है, लेकिन उनकी उपलब्धियां उम्र से कहीं बड़ी हैं। Divya Deshmukh School में पढ़ाई के साथ-साथ शतरंज में महारत हासिल करना कोई आसान काम नहीं था। नागपुर के बीच में स्थित शहर से आने वाली दिव्या के माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं, जिन्होंने बारी-बारी से उन्हें टूर्नामेंट में साथ दिया और उनके सपनों को पूरा करने में मदद की।

उनके पूर्व कोच आरबी रमेश के अनुसार, “वह बहुत छोटी उम्र से ही एक आत्मविश्वास से भरी लड़की थी। उसमें वह नकारात्मक पक्ष नहीं था, जो आत्म-संदेह पैदा करता है।”

भारतीय शतरंज के लिए नया अध्याय

दिव्या की इस ऐतिहासिक जीत से भारतीय महिला शतरंज को नई दिशा मिलेगी। पहले से ही डी गुकेश, आर प्रज्ञानानंद और अर्जुन एरिगैसी जैसे खिलाड़ियों के साथ भारतीय पुरुष शतरंज विश्व स्तर पर सफलता हासिल कर रहा है। अब दिव्या की इस उपलब्धि से महिला शतरंज भी नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।

इस जीत के साथ ही दिव्या ने 2026 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है, जो चीन की मौजूदा विश्व चैंपियन जू वेनजुन के खिलाफ चैलेंजर का फैसला करेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपलब्धि पर ट्वीट करके दिव्या को बधाई दी और कहा कि उनकी यह उपलब्धि कई लोगों को प्रेरित करेगी और युवाओं के बीच शतरंज को और अधिक लोकप्रिय बनाने में योगदान देगी।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं