आज की सुबह दिल्लीवासियों के लिए एक अप्रत्याशित बदलाव लेकर आई। हल्की बारिश और ठंडी हवाओं ने राजधानी के मौसम को बदल दिया। सुबह 7:23 बजे तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे ठंड का असर बढ़ गया। नोएडा समेत एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार का मौसम देखा गया। हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवाओं ने लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया।
बारिश का कारण: सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ
यह अचानक मौसम परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ को मौसम विज्ञान में एक ऐसी घटना माना जाता है, जो उत्तर भारत में ठंड और बारिश की स्थिति को बढ़ावा देती है। इस बार यह विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल में एक “ट्रफ” के रूप में विकसित हुआ है। इसके परिणामस्वरूप दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने, और तेज हवाओं का अनुभव हुआ।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान:
- अगले दो दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना।
- अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री के आसपास रहेगा।
- तेज हवाओं और कोहरे से दृश्यता प्रभावित हो सकती है।
तापमान में गिरावट और ठंड का असर
दिल्ली में बारिश के बाद तापमान में तेज गिरावट आई। ठंडी हवाओं ने मौसम को और सर्द बना दिया। यह मौसम उन लोगों के लिए खासा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जिनके पास पर्याप्त गर्म कपड़े नहीं हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें और बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें।
वायु गुणवत्ता: प्रदूषण में मामूली सुधार
दिल्ली की बारिश ने वायु गुणवत्ता पर हल्का सुधार किया है, लेकिन प्रदूषण का स्तर अब भी खतरनाक है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह 7 बजे 371 पर था, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। आनंद विहार, चांदनी चौक और आईजीआई एयरपोर्ट जैसे इलाकों में स्थिति और भी गंभीर रही।
प्रमुख आंकड़े:
- आनंद विहार: AQI 398
- चांदनी चौक: AQI 315
- IGI एयरपोर्ट: AQI 340
बारिश और तेज हवाओं ने प्रदूषण के कुछ कणों को जरूर कम किया है, लेकिन कुल मिलाकर वायु गुणवत्ता में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रशासन की कार्रवाई
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत कई प्रतिबंध लागू किए गए थे। हालांकि, अब प्रशासन ने चौथे चरण के प्रतिबंध हटा दिए हैं।
क्या था चौथा चरण?
- निर्माण कार्यों पर रोक।
- गैर-जरूरी ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध।
हालांकि, पहले तीन चरणों के नियम अभी भी लागू हैं, ताकि प्रदूषण को और बिगड़ने से रोका जा सके।
उत्तर भारत का मौसम: ठंड और ओलावृष्टि की संभावना
दिल्ली के साथ-साथ, उत्तर भारत के अन्य हिस्से जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है। इन इलाकों में अगले कुछ दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। तेज हवाओं के साथ 30-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंके चल सकते हैं।
तापमान पूर्वानुमान:
- न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट।
- घने कोहरे के कारण यात्रा में बाधाएं।
मौसम का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
इस बदलते मौसम का असर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों पर भी पड़ा है।
- दैनिक जीवन: बारिश और ठंड के कारण स्कूलों और ऑफिस जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
- यातायात: कोहरे और गीली सड़कों के कारण यातायात धीमा रहा।
- बाजारों पर प्रभाव: खुले में काम करने वाले दुकानदार और वेंडर कम ग्राहक आने की शिकायत कर रहे हैं।
स्वास्थ्य के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को ठंड से बचने और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने की सलाह दी है। बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा या दिल की बीमारियों से ग्रसित लोग इस मौसम में खास सावधानी रखें।
भविष्य की संभावना: क्या है आगे?
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव जलवायु परिवर्तन का एक संकेत हो सकता है। दीर्घकालिक दृष्टि से यह उत्तर भारत के मौसम चक्र पर गहरा असर डाल सकता है। आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना है, और घने कोहरे का असर यातायात और दैनिक जीवन पर पड़ेगा।
दिल्ली में बारिश और ठंड का यह संयोजन एक नई चुनौती के साथ आया है। जहां बारिश ने मौसम को सुहावना बनाया है, वहीं ठंड और प्रदूषण ने नागरिकों को चिंतित किया है। आने वाले दिनों में दिल्लीवासियों को मौसम के इस बदलते मिजाज के अनुसार खुद को ढालने की जरूरत है।