
Published on: 25/08/2025
नई दिल्ली. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रेड की खबरें अक्सर अखबारों और टीवी चैनलों पर सुर्खियां बनती रहती हैं। करोड़ों रुपये कैश बरामद होने पर आम लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर घर पर कितना नकद रखना कानूनी है? क्या इसके लिए कोई लिमिट तय है?
घर पर कैश रखने की कोई लिमिट नहीं
भारत में घर पर कैश रखने की कोई कानूनी सीमा तय नहीं है। यानी आप चाहे जितना पैसा घर पर रखना चाहें रख सकते हैं। लेकिन शर्त यह है कि वह रकम किसी वैध और घोषित स्रोत (Declared Source) से आई हो। अगर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सवाल पूछे तो आपको बताना होगा कि पैसा कहां से आया।
क्यों जरूरी है स्रोत बताना?
इनकम टैक्स एक्ट की धारा 68 से 69B तक यह साफ है कि अगर कैश या किसी भी संपत्ति का स्रोत नहीं बताया गया तो उसे अनडिक्लेयरड इनकम माना जाएगा। ऐसे मामलों में टैक्स विभाग टैक्स के साथ 78% तक जुर्माना भी ठोक सकता है।
रिकॉर्ड रखना है जरूरी
बड़ी रकम घर में रखने से पहले उसका सबूत होना चाहिए। इसके लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR), सैलरी स्लिप, बिज़नेस अकाउंट्स, सेविंग्स रिकॉर्ड जैसे डॉक्युमेंट आपके पास होने चाहिए। जांच के समय यही आपको बचाते हैं।
बिज़नेस करने वालों के लिए सख्त नियम
व्यापारियों के लिए यह और भी अहम है। उनके अकाउंट बुक्स और कैशबुक में जितना बैलेंस दिख रहा है, घर पर रखा कैश उससे मैच होना चाहिए। वरना मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
आम लोगों को क्या करना चाहिए?
आम लोग भी अगर बड़ी रकम कैश में रखते हैं तो उन्हें बैंक स्टेटमेंट या अन्य वैध कागज़ों से उसका हिसाब साबित करना चाहिए।
सीधी बात ये है कि भारत में घर पर कैश रखना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन अगर रकम बड़ी है और उसका हिसाब साफ नहीं है तो टैक्स विभाग की कार्रवाई का खतरा हमेशा बना रहेगा।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।