Published on: 23/06/2025
मुंबई से एक ऐसी घटना सामने आई है जो मानवता को शर्मसार करती है। गोरेगांव में एक कर्करोग पीड़ित दादी के साथ हुई घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। त्वचा के कैंसर से पीड़ित 60 वर्षीय यशोदा गायकवाड़ को उनके अपने पोते ने कचरे के ढेर के पास छोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। वर्तमान में कूपर अस्पताल में बुज़ुर्ग महिला का इलाज चल रहा है।
दादा-दादी के लिए उनके पोते-पोतियां सब कुछ होते हैं। उनकी इच्छा होती है कि बुढ़ापा अपने पोते-पोतियों के साथ बिताएं। लेकिन गोरेगांव में एक पोते ने अपनी दादी के साथ जो किया, उससे कई लोगों को धक्का लगा है। पोते के इस कृत्य ने मानवता को कलंकित किया है। यशोदा गायकवाड़ को उनके पोते ने बीमारी के कारण सीधे कचरे के ढेर के पास छोड़ दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां वे वर्तमान में उपचार ले रही हैं।
रविवार को आरे कॉलोनी के यूनिट नंबर 32 की ओर जाने वाले रास्ते पर सुबह लगभग 8:30 बजे यह घटना प्रकाश में आई। पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचना मिलने के बाद आरे पुलिस स्टेशन की टीम घटनास्थल पर पहुंची। उस समय 60 वर्षीय यशोदा गायकवाड़ कचरे के ढेर में असहाय अवस्था में पड़ी हुई थीं। उनके चेहरे, गालों और नाक पर चोट के निशान दिख रहे थे। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम बताया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे अपने पोते के साथ मालाड इलाके में रहती थीं, जिसके बाद पुलिस ने उनके परिवार की तलाश शुरू की।
गायकवाड़ की स्थिति बहुत गंभीर होने के कारण पुलिस ने उन्हें तुरंत पुलिस वैन से जोगेश्वरी ट्रॉमा केयर अस्पताल ले गई। लेकिन वहां सुविधाओं की कमी के कारण अस्पताल ने उन्हें कहीं और जाने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस उन्हें कूपर अस्पताल ले गई। आठ घंटे बाद शाम लगभग 5:30 बजे अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद गायकवाड़ का कूपर अस्पताल में इलाज शुरू किया गया। पुलिस ने उनके बताए पते पर जाकर देखा तो घर पर ताला लगा था। ऐसा माना जा रहा है कि इलाज के लिए पर्याप्त पैसे न होने के कारण पोते ने दादी से छुटकारा पाने के लिए यह कदम उठाया। हालांकि, यशोदा गायकवाड़ के परिवार के सदस्यों के मिलने के बाद ही सही जानकारी सामने आएगी।
नोट: यह लेख इंटरनेट पर उपलब्ध विभिन्न प्रकाशित स्रोतों पर आधारित है। कृपया किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले भरोसेमंद स्रोतों से पुष्टि अवश्य करें।