
Published on: 20/08/2025
क्या आपने कभी सोचा है कि आपका डॉगी क्यों भौंक रहा है? वह खुश है, गुस्से में है या आपको कुछ बताना चाहता है? अब इस राज से पर्दा उठने वाला है। चीन की टेक कंपनी बायडू (Baidu) ने एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल तैयार किया है, जो जानवरों की आवाज़ और बॉडी लैंग्वेज को इंसानी भाषा में बदल देगा।
जानवरों की भाषा को इंसानों तक पहुँचाएगा AI
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग स्थित Baidu ने इस टेक्नोलॉजी का पेटेंट फाइल किया है। यह टूल जानवरों के व्यवहार और शारीरिक संकेतों का विश्लेषण करेगा और फिर उन्हें इंसानी भाषा में कन्वर्ट कर देगा। इससे पालतू जानवरों के मालिक अपने पेट्स की भावनाओं और ज़रूरतों को आसानी से समझ पाएंगे।
डॉक्टर और एक्सपर्ट्स को भी होगा फायदा
ये टेक्नोलॉजी सिर्फ पेट ओनर्स ही नहीं बल्कि वेटरनरी डॉक्टरों और एनिमल एक्सपर्ट्स के लिए भी बेहद मददगार साबित होगी। जब जानवर अपनी परेशानी को इंसानी भाषा में “बता” पाएंगे, तो डॉक्टर उनका इलाज और भी सटीक तरीके से कर सकेंगे। इससे इंसानों और जानवरों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे।
अभी रिसर्च फेज में है प्रोजेक्ट
हालांकि, यह प्रोजेक्ट अभी पूरी तरह तैयार नहीं हुआ है और रिसर्च स्टेज में है। Baidu के अलावा, दुनिया भर की कई कंपनियां और वैज्ञानिक इस दिशा में काम कर रहे हैं। जैसे Cetacean Translation Initiative, जो व्हेल मछलियों की बातचीत को समझने पर रिसर्च कर रही है। इसी तरह, Earth Species Project भी एनिमल लैंग्वेज को डिकोड करने पर काम कर रही है।
पहले भी हुए थे ऐसे प्रयास
यह पहली बार नहीं है जब जानवरों की आवाज़ को समझने की कोशिश की जा रही है। 2014 में स्कैंडिनेवियाई रिसर्च लेबोरेटरी ने ‘नो मोर वूफ’ नाम का डिवाइस लॉन्च करने की कोशिश की थी और इसके लिए 18.7 लाख रुपये से ज्यादा की फंडिंग भी जुटाई थी। लेकिन कुछ साल बाद यह प्रोजेक्ट महंगा साबित होने की वजह से बंद कर दिया गया। इसके अलावा, कई मोबाइल ऐप्स भी आए थे, लेकिन उनकी क्वालिटी और रिजल्ट्स उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे।
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