02/05/2025

बैड गर्ल टीज़र: वेत्रीमारन और अनुराग कश्यप की फिल्म ने मचाया बवाल

वर्षा भारत द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बैड गर्ल’ का टीज़र रिलीज होते ही विवादों में घिर गया है। यह फिल्म जो वेत्रीमारन द्वारा निर्मित और अनुराग कश्यप द्वारा प्रस्तुत की गई है, ने फिल्म उद्योग और दर्शकों के बीच तीखी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। आइए जानते हैं इस विवाद के पीछे की कहानी और फिल्म के बारे में विस्तार से।

फिल्म का विषय और विवाद का कारण

‘बैड गर्ल’ एक आने वाली तमिल फिल्म है जो एक युवा लड़की के जीवन पर केंद्रित है। टीज़र से पता चलता है कि यह फिल्म एक किशोरी की कहानी है जो अपने पहले प्यार का अनुभव करना चाहती है। लेकिन उसके माता-पिता और समाज के कड़े नियंत्रण के कारण वह अपनी इच्छाओं को दबाने के लिए मजबूर होती है।

विवाद का मुख्य कारण यह है कि फिल्म में दिखाई गई लड़की एक ब्राह्मण परिवार से है। कुछ लोगों का मानना है कि फिल्म ब्राह्मण समुदाय का अपमान करती है और उनके मूल्यों को गलत तरीके से चित्रित करती है।

फिल्म निर्माताओं का दृष्टिकोण

निर्देशक वर्षा भारत ने स्पष्ट किया है कि ‘बैड गर्ल’ किसी भी तरह से नारीवादी बाइबल नहीं है। उन्होंने कहा, “यह जीने का एकमात्र तरीका नहीं है, लेकिन यह कहने का एक प्रयास है कि महिलाओं को देवी या आदर्श के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। लड़की को अपनी इच्छानुसार जीने दें।”

वेत्रीमारन और अनुराग कश्यप जैसे प्रतिष्ठित फिल्मकारों का समर्थन इस फिल्म को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। उनका मानना है कि यह फिल्म महिलाओं के संघर्ष और सामाजिक अपेक्षाओं को एक अनूठे न्यू वेव सिनेमा शैली के माध्यम से दर्शाती है।

विरोध और समर्थन की आवाजें

फिल्म के विरोध में सबसे मुखर आवाज निर्देशक मोहन जी क्षत्रियन की रही है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “ब्राह्मण लड़की के व्यक्तिगत जीवन को चित्रित करना इस गुट के लिए हमेशा एक साहसिक और ताजा फिल्म होती है। वेत्रीमारन, अनुराग कश्यप और कंपनी से और क्या उम्मीद की जा सकती है। ब्राह्मण पिता और माता पर हमला करना पुराना हो चुका है और ट्रेंडी नहीं है।”

दूसरी ओर, प्रसिद्ध निर्देशक पा रंजीत ने फिल्म की सराहना करते हुए कहा, “मैंने ‘बैड गर्ल’ देखी, और यह वास्तव में एक साहसिक और ताजा फिल्म है! निर्देशक वेत्रीमारन को इतनी साहसिक कहानी का समर्थन करने के लिए बहुत श्रेय दिया जाना चाहिए।”

फिल्म की तकनीकी जानकारी

‘बैड गर्ल’ में अंजलि सिवरमन, शांति प्रिया, सरण्या रविचंद्रन, हृदु हरून, टीजे अरुणासलम और शशांक बोम्मिरेड्डिपल्ली मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म का सिनेमैटोग्राफी प्रीता जयराम, जगदीश रवि और प्रिंस एंडरसन ने संभाला है, जबकि संगीत अमित त्रिवेदी और एडिटिंग राधा श्रीधर ने की है।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शन

‘बैड गर्ल’ का विश्व प्रीमियर 54वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम में होगा। यह फिल्म प्रतिष्ठित टाइगर प्रतियोगिता में भाग लेगी, जो इसे वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने में मदद करेगी।

‘बैड गर्ल’ ने अपने टीज़र से ही भारतीय सिनेमा जगत में हलचल मचा दी है। यह फिल्म न केवल एक युवा लड़की के जीवन की कहानी है, बल्कि समाज में व्याप्त रूढ़िवादी विचारों पर एक कटाक्ष भी है। विवादों के बावजूद, यह फिल्म महिला सशक्तीकरण और व्यक्तिगत स्वतंत्रता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा छेड़ने में सफल रही है।

फिल्म की रिलीज़ डेट अभी घोषित नहीं की गई है, लेकिन यह 2025 में थिएटर्स में आने की उम्मीद है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ‘बैड गर्ल’ अपने विवादास्पद विषय और प्रतिष्ठित फिल्मकारों के समर्थन के साथ बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल कर पाएगी।

निःसंदेह, ‘बैड गर्ल’ ने अपने टीज़र से ही सिनेमा प्रेमियों और आलोचकों का ध्यान खींच लिया है। यह फिल्म न केवल एक कलात्मक प्रयोग है, बल्कि समाज के लिए एक आईना भी है जो हमें अपनी मान्यताओं और परंपराओं पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित करता है। आने वाले समय में यह फिल्म निश्चित रूप से भारतीय सिनेमा में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाएगी और लंबे समय तक चर्चा का विषय बनी रहेगी।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता नलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं