
Published on: 19/06/2025
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हो रहा है, लेकिन क्या यह मानव रोजगार के लिए खतरा है? AI के ‘गॉडफादर’ कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन की नवीनतम चेतावनी हमें सोचने पर मजबूर करती है।
AI का बढ़ता प्रभाव: एक गंभीर चेतावनी
ब्रिटिश-कैनेडियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक जेफ्री हिंटन ने हाल ही में ‘डायरी ऑफ सीईओ’ पॉडकास्ट में एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि आने वाले 30 वर्षों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) लाखों लोगों की नौकरियां छीन सकती है।
हिंटन के अनुसार, “AI आने वाले समय में इंसान को हर बौद्धिक क्षेत्र में पीछे छोड़ देगा, जिससे बड़े पैमाने पर रोजगार का नुकसान होगा। यह मानवता के लिए एक गंभीर खतरा हो सकता है।”
कौन सी नौकरियां रहेंगी सुरक्षित?
इस विनाशकारी भविष्यवाणी के बीच, हिंटन ने कुछ आशा की किरण भी दिखाई है। उन्होंने कहा, “मैं कहना चाहूंगा कि भौतिक कार्यों में AI को अभी काफी समय लगेगा। प्लंबर बनना एक अच्छा विकल्प है।”
उनका मानना है कि शारीरिक कौशल और हस्तकला वाले पेशे, जैसे:
- प्लंबिंग
- इलेक्ट्रिशियन
- कारपेंटरी
- मैकेनिक
ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां मानव कौशल अभी भी अनिवार्य रहेगा।
बुद्धिमता-आधारित नौकरियों पर सबसे बड़ा खतरा
हिंटन का सबसे बड़ा चिंता का विषय है बुद्धिमता-आधारित पेशे। उनके अनुसार, “लोगों की यह आम धारणा है कि AI नई नौकरियां जेनरेट करके पुरानी को हटाएगा। लेकिन वास्तविकता अलग है – AI वो सभी बौद्धिक कार्य करेगा, जो इंसान करते हैं।”
उन्होंने आगे बताया, “एक इंसान AI की मदद से 10 लोगों का काम कर सकता है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में नौकरियों में भारी कटौती होगी।”
पहले से दिखने लगे हैं प्रभाव
वेंचर कैपिटल फर्म SignalFire की मई 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, Google और Meta जैसी प्रमुख टेक कंपनियों ने 2023 और 2024 में स्नातकों की नियुक्तियों में 25% तक की कटौती की है। 2024 में, टेक कंपनियों ने केवल 7% नए स्नातकों को नियुक्त किया, जो 2023 के मुकाबले 10% कम है।
यह कटौती इसलिए हुई क्योंकि कई एंट्री-लेवल कार्य अब AI द्वारा संभाले जा रहे हैं।
AI के साथ सह-अस्तित्व का मार्ग
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में सफल होने के लिए, हमें ऐसे कौशल विकसित करने होंगे जो AI से आगे हों। हिंटन के शब्दों में, “आपको इतना कुशल होना पड़ेगा कि आप जो कर रहे हैं, वह AI न कर सके।”
इसका मतलब है:
- रचनात्मकता और नवाचार पर ध्यान देना
- मानवीय संबंधों और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का विकास
- जटिल समस्या-समाधान क्षमताओं का निर्माण
- लगातार नए कौशल सीखना और अपडेट रहना
सावधान रहें, लेकिन डरें नहीं
जेफ्री हिंटन की चेतावनी गंभीर है, लेकिन यह हमें भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करने का अवसर भी प्रदान करती है। हमें AI के साथ सह-अस्तित्व का मार्ग खोजना होगा, जहां हम तकनीक का लाभ उठाते हुए अपने मानवीय गुणों को भी संरक्षित रखें।
यह समय है अपने कौशल को पुनः परिभाषित करने का, ताकि हम AI के युग में न केवल जीवित रहें, बल्कि फलें-फूलें भी।
इस लेख में AI और रोजगार के भविष्य के बारे में विचार प्रस्तुत किए गए हैं, जो जेफ्री हिंटन के हालिया बयानों और उद्योग के रुझानों पर आधारित हैं। हालांकि, भविष्य की सटीक भविष्यवाणियां करना कठिन है, और परिदृश्य नए तकनीकी विकास और सामाजिक अनुकूलन के साथ बदल सकता है।