पंजाब के लुधियाना पश्चिम से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक गुरप्रीत बासी गोगी की आकस्मिक मृत्यु ने राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर पैदा कर दी है। 11 जनवरी 2025 की मध्यरात्रि को अपने आवास पर गोगी की मृत्यु उनके लाइसेंसी पिस्तौल से हुई दुर्घटनावश गोलीबारी के कारण हुई।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, घटना रात लगभग 11:30 बजे हुई जब गोगी अपने घर पर थे। परिवार के सदस्यों ने बताया कि यह एक दुर्घटनावश गोलीबारी थी, जिसमें गोगी के सिर में गोली लगी। उन्हें तुरंत दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (DMCH) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
व्यक्तिगत जीवन और राजनीतिक सफर
58 वर्षीय गुरप्रीत बासी गोगी अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं। उन्होंने 2022 में कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा और लुधियाना पश्चिम सीट से दो बार के विधायक भारत भूषण आशु को पराजित किया। विधायक बनने से पूर्व, गोगी दो बार लुधियाना नगर निगम के पार्षद रह चुके थे और पंजाब स्मॉल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन (PSIEC) के अध्यक्ष के रूप में भी सेवाएं दी थीं।
मृत्यु से पूर्व की गतिविधियां
मृत्यु से कुछ घंटे पहले, गोगी ने विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां और AAP सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल के साथ ‘बुद्धा नाला’ की सफाई के मुद्दे पर बैठक की थी। इसके अलावा, उन्होंने बीआरएस नगर स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर का दौरा किया था, जहां कुछ दिन पूर्व चोरी की घटना हुई थी, और न्याय का आश्वासन दिया था।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
गोगी की मृत्यु पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित कई राजनीतिक नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में गोगी को एक नेक इंसान बताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। पंजाब AAP अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने भी गोगी की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति की कामना की।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने गोगी के शव को DMCH के शवगृह में रखवाया है और मामले की जांच जारी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के कारणों की पुष्टि होगी। प्रारंभिक जांच में यह मामला दुर्घटनावश गोली चलने का प्रतीत हो रहा है, लेकिन विस्तृत जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।
गुरप्रीत गोगी का राजनीतिक योगदान
गुरप्रीत गोगी ने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। कांग्रेस के साथ अपने 22 वर्षों के कार्यकाल के दौरान, उन्होंने लुधियाना जिला कांग्रेस (शहरी) अध्यक्ष के रूप में 2014 से 2019 तक सेवाएं दीं। 2022 में AAP में शामिल होने के बाद, उन्होंने लुधियाना पश्चिम सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा में प्रवेश किया। उनकी पत्नी सुखचैन कौर गोगी ने भी हाल ही में नगर निगम चुनाव लड़ा, हालांकि वे सफल नहीं हो सकीं।
सार्वजनिक जीवन में सक्रियता
गोगी ने लुधियाना में विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने ‘बुद्धा नाला’ पुनर्जीवन परियोजना में देरी के कारण नाराजगी जताते हुए पिछले वर्ष परियोजना के शिलान्यास पत्थर को हटवा दिया था। इसके अलावा, वे सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते थे, जिससे उनकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई।
शोक की लहर
गोगी की असामयिक मृत्यु से लुधियाना और पंजाब के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर है। उनके समर्थक और सहयोगी उन्हें एक समर्पित नेता और समाजसेवी के रूप में याद कर रहे हैं, जिन्होंने हमेशा जनता के हित में कार्य किया। उनकी मृत्यु से लुधियाना पश्चिम क्षेत्र में एक शून्य उत्पन्न हुआ है, जिसे भरना कठिन होगा।
गुरप्रीत बासी गोगी की मृत्यु न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे पंजाब के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका राजनीतिक और सामाजिक योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। इस दुखद घटना की पूरी जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा, लेकिन वर्तमान में पूरा प्रदेश शोक में डूबा हुआ है और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट कर रहा है।