SEBI Raid: अवधूत साठे की ट्रेडिंग एकेडमी से सबूत जब्त
29/09/2025
कर्जत में SEBI की बड़ी छापेमारी! अवधूत साठे की ट्रेडिंग एकेडमी से लैपटॉप-मोबाइल जब्त

कर्जत में SEBI की बड़ी छापेमारी! अवधूत साठे की ट्रेडिंग एकेडमी से लैपटॉप-मोबाइल जब्त

नलिनी मिश्रा
Author Name:
Published on: 25/08/2025

कर्जत: स्टॉक मार्केट के चर्चित फिनइन्फ्लुएंसर अवधूत साठे (Avadhut Sathe) की Karjat Trading Academy (ASTA) पर SEBI ने दो दिन तक चलाया गया धावा बोलकर बड़ा खुलासा किया है। 20 और 21 अगस्त 2025 को चले इस ऑपरेशन में अधिकारियों ने लैपटॉप, मोबाइल और ट्रेडिंग रिकॉर्ड्स जब्त किए।

यह कार्रवाई साठे पर लगे गंभीर आरोपों के बाद की गई है — जिनमें शामिल हैं रिटेल निवेशकों को गुमराह करना, पेनी स्टॉक्स की साजिश और बिना रजिस्ट्रेशन इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी चलाना।

SEBI का शिकंजा कसता जा रहा है

SEBI अब ऐसे अनरजिस्टर्ड फिनइन्फ्लुएंसर्स पर नजर रख रहा है, जो क्लासरूम या यूट्यूब पर “गैर-गैरंटीड मुनाफे” का लालच देकर छोटे निवेशकों को फंसा रहे हैं।

SEBI के Whole-Time Member कमलेश चंद्र वर्श्नेय ने FICCI-CAPAM प्रोग्राम में कहा:

“शिक्षा के नाम पर युवाओं को गुमराह करना, क्लासरूम में सीधे ट्रेडिंग कॉल देना या मुनाफे की गारंटी करना गैरकानूनी है। इसके लिए SEBI की मंजूरी जरूरी है।”

अवधूत साठे और ASTA पर गंभीर आरोप

  • सोशल मीडिया पर खुद को “मार्केट गुरु” बताने वाले अवधूत साठे के 9.4 लाख यूट्यूब सब्सक्राइबर्स हैं।

  • आरोप है कि उनकी ASTA अकादमी पेनी स्टॉक्स को पंप-एंड-डंप स्कीम के तहत यूज़ करती थी।

  • ट्रेडर आशीष गुप्ता का दावा है कि ASTA ने अवैध तरीके से ₹400–500 करोड़ तक कमाए हो सकते हैं।

  • SEBI जल्द ही उन पर भारी जुर्माना और मार्केट बैन लगा सकता है।

SEBI की सख्ती से घबराए फिनइन्फ्लुएंसर

पिछले सालभर में SEBI ने:

  • 15,000 से ज्यादा वेबसाइट्स ब्लॉक कीं।

  • कई फिनइन्फ्लुएंसर जैसे मोहम्मद नासिरुद्दीन अंसारी और अस्मिता जीतेश पटेल पर बैन लगाया।

  • नए नियमों के तहत:

    • मुनाफे की गारंटी देना बैन।

    • झूठे प्रमोशन चलाना बैन।

    • बिना लाइसेंस निवेश सलाह देना बैन।

निवेशकों के लिए बड़ा संदेश

स्टॉक मार्केट में छोटे निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए, SEBI का यह कदम साफ संदेश देता है —
“एजुकेशन” के नाम पर अनरजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइस अब बर्दाश्त नहीं होगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि अवधूत साठे केस निवेशकों का विश्वास बहाल करने और भारतीय कैपिटल मार्केट में पारदर्शिता लाने में मील का पत्थर साबित होगा

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।

लेखक

  • Nalini Mishra

    नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं

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नलिनी मिश्रा: डिजिटल सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञतानलिनी मिश्रा डिजिटल सामग्री प्रबंधन की एक अनुभवी पेशेवर हैं। वह डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कुशलतापूर्वक काम करती हैं और कंटेंट स्ट्रैटेजी, क्रिएशन, और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखती हैं