Published on: 14/06/2025
भारतीय रेलवे ने यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। केरल में चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों, जिनमें वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है, में अब हवाई जहाज जैसा खाना परोसा जाएगा। यह फैसला यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाले भोजन की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। इस पहल से न केवल यात्रियों का सफर आरामदायक होगा, बल्कि स्थानीय केटरिंग उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे बोर्ड पर्यटन और खानपान के कार्यकारी निदेशक विक्रम सिंह ने उन्हें सूचित किया है कि केरल के तीन केटरिंग यूनिट्स को ऑनबोर्ड केटरिंग सूची में शामिल किया गया है। इनमें कोच्चि स्थित कुडुम्बश्री यूनिट द्वारा संचालित समृद्धि, कैसिनो एयर कैटरर्स एंड फ्लाइट सर्विसेज (सीएएफएस), और तिरुवनंतपुरम स्थित यूडीएस शामिल हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इससे पहली बार फ्लाइट किचन ऑपरेटर्स को ट्रेन में खाना परोसने का मौका मिला है।
रेलवे अधिकारियों ने नए केटरर्स को सूचीबद्ध करने से पहले केरल के विभिन्न केटरिंग सेवाओं और फ्लाइट किचन का दौरा किया था। यह कदम उस समय आया है जब हाल ही में कुछ ट्रेनों में सप्लाई किए गए खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए थे। सांसद ने खराब गुणवत्ता वाला खाना सप्लाई करने वाली कंपनी बृंदावन प्रोडक्ट्स पर टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह एक अच्छी खबर है। तिरुवनंतपुरम-कासरगोड वंदे भारत एक्सप्रेस में तिरुवनंतपुरम से एर्नाकुलम तक का टिकट किराया 800 रुपये है। अगर यात्री नाश्ता पहले से बुक नहीं करते हैं, तो यह घटकर 680 रुपये हो जाता है। इसके लिए उन्हें टिकट बुक करते समय ‘नो-फूड’ विकल्प पर क्लिक करना होगा।
इसी तरह, तिरुवनंतपुरम-मंगलुरु वंदे भारत ट्रेन में एर्नाकुलम से मंगलुरु तक का टिकट किराया, रात के खाने सहित, 1,190 रुपये है। अगर टिकट के साथ रात का खाना नहीं खरीदा जाता है, तो टिकट 990 रुपये में बुक किया जा सकता है। यह व्यवस्था यात्रियों को अपनी पसंद के अनुसार खाने का विकल्प चुनने की स्वतंत्रता देती है।
भारतीय रेलवे का यह कदम अपने यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। फ्लाइट फूड की अवधारणा ट्रेन यात्रियों के लिए एक नई चीज़ होगी, जिससे उनकी यात्रा और अधिक आरामदायक और यादगार बन सकती है। इससे न केवल यात्रियों को लाभ होगा बल्कि स्थानीय केटरिंग व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा।
केरल में रेलवे खानपान की गुणवत्ता सुधारने के लिए यह पहल काफी अहम है। अक्सर यात्री ट्रेन में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता से संतुष्ट नहीं होते और इसकी शिकायतें भी करते रहते हैं। ऐसे में हवाई जहाज जैसा खाना मिलने से यात्रियों को एक नया अनुभव मिलेगा। स्वादिष्ट और स्वच्छ भोजन यात्रा को और अधिक सुखद बना देता है।
इसके अलावा, यात्री केटरिंग के बारे में शिकायतें दर्ज कराने के लिए 139 पर डायल करके या रेल मदद ऐप के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी रेलवे (@RailMinIndia) को टैग करके खाने की तस्वीरों सहित शिकायतें पोस्ट कर सकते हैं। यह प्रणाली शिकायतों के त्वरित निवारण में मदद करेगी और यात्रियों को अपनी बात रखने का एक सीधा माध्यम प्रदान करेगी।
वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों में यात्रियों को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलती हैं, और अब उच्च गुणवत्ता वाला भोजन भी इसका हिस्सा होगा। यह कदम भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के प्रयासों का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य यात्रियों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करना है।
स्थानीय केटरिंग यूनिट्स को शामिल करने से स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा। कुडुम्बश्री जैसे महिला स्वयं सहायता समूहों को अवसर मिलने से महिला सशक्तिकरण को भी बल मिलेगा। यह सामाजिक-आर्थिक विकास की दृष्टि से भी एक सकारात्मक कदम है।
केरल की वंदे भारत ट्रेनें पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। इन ट्रेनों में बेहतर खाना मिलने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। केरल, जिसे ‘गॉड्स ओन कंट्री’ के नाम से जाना जाता है, अपने सुंदर दृश्यों और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। अब ट्रेन यात्रा के दौरान भी यात्री उच्च गुणवत्ता वाले खाने का आनंद ले सकेंगे।
भारतीय रेलवे लगातार अपनी सेवाओं में सुधार करने का प्रयास कर रहा है। वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत, स्टेशनों का आधुनिकीकरण, और अब खानपान सेवाओं में सुधार, इन सभी से यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल रहा है। यह परिवर्तन यात्रियों की बढ़ती अपेक्षाओं और मांगों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
फ्लाइट फूड की अवधारणा ट्रेन यात्रियों के लिए एक नया अनुभव होगा। हवाई यात्रा के दौरान परोसे जाने वाले खाने की पैकेजिंग, प्रस्तुति और गुणवत्ता अलग होती है। अब यात्री इसी तरह के अनुभव का आनंद ट्रेन यात्रा के दौरान भी ले सकेंगे। यह न केवल खाने की गुणवत्ता को बेहतर बनाएगा, बल्कि इसकी प्रस्तुति और सेवा को भी उन्नत करेगा।
केरल की ट्रेनों में यह नई पहल यात्रियों के बीच उत्साह पैदा कर रही है। सोशल मीडिया पर कई यात्रियों ने इस फैसले का स्वागत किया है और इसे भारतीय रेलवे द्वारा यात्री अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है। यह पहल यात्रियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी, यह देखना अभी बाकी है, लेकिन निश्चित रूप से यह एक सराहनीय प्रयास है।
अंत में, यह पहल भारतीय रेलवे के ‘यात्री पहले’ दृष्टिकोण को दर्शाती है। यात्रियों की सुविधा और संतुष्टि को प्राथमिकता देते हुए, रेलवे लगातार अपनी सेवाओं में सुधार कर रहा है। केरल की ट्रेनों में फ्लाइट फूड की शुरुआत इसी दिशा में एक और कदम है। आने वाले समय में इस पहल के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे और शायद यह मॉडल देश के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जा सकता है।
भारतीय रेलवे की यह पहल न केवल यात्री अनुभव को बेहतर बनाएगी, बल्कि रेलवे की छवि को भी सुधारने में मदद करेगी। उम्मीद है कि इस पहल से यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलेंगी और उनकी यात्रा अधिक आरामदायक और यादगार बनेगी।