
Published on: 03/10/2025
शाम की चाय के साथ भुजिया, खाने की थाली में पापड़ या फिर गरमा-गरम समोसे पर हरी चटनी… ये सब भारतीय घरों में रोज़ाना का हिस्सा हैं। हमें अक्सर लगता है कि यह छोटी-छोटी चीज़ें हानिरहित हैं, लेकिन हकीकत इससे काफी अलग है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, ये चटपटे और स्वादिष्ट स्नैक्स धीरे-धीरे हमारे शरीर में गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकते हैं—चाहे वह डायबिटीज़ हो, मोटापा, हार्ट डिज़ीज़ या यहां तक कि कैंसर।
11 जुलाई को ‘द मासूम मीनावाला शो’ के एक एपिसोड में न्यूट्रिशनिस्ट सुमन अग्रवाल ने पांच ऐसे रोज़मर्रा के भारतीय फूड्स के बारे में बताया जिन्हें खाने से पहले हमें दो बार सोचना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि इन चीज़ों का स्वाद भले ही अच्छा हो, लेकिन इनके लंबे समय तक सेवन से शरीर पर खतरनाक असर पड़ सकता है।
1. पापड़ – नमक और ऑयल का जाल

पापड़ – नमक और ऑयल का जाल (Photo-Istock)
भारतीय डाइनिंग टेबल पर पापड़ को अक्सर ज़रूरी माना जाता है। लेकिन सुमन अग्रवाल के मुताबिक, यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक है।
पापड़ में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।
ज़्यादातर पापड़ तले हुए होते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।
लंबे समय तक सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिज़ीज़ का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
2. भुजिया – चाय का साथी, बीमारियों का दुश्मन

भुजिया – चाय का साथी, बीमारियों का दुश्मन (Photo-Istock)
कुरकुरी भुजिया स्नैक्स के नाम पर सबसे लोकप्रिय है। लेकिन इसमें
बहुत ज्यादा तेल, मैदा और नमक होता है।
यह वजन बढ़ाने और कोलेस्ट्रॉल असंतुलन का कारण बनता है।
इसके हाई ग्लाइसेमिक कंटेंट की वजह से डायबिटीज़ का खतरा भी बढ़ जाता है।
3. जलेबी – मीठा जहर
गरमा-गरम चाशनी में डूबी जलेबी किसी भी त्योहार या मौके पर लोगों की पसंदीदा होती है। लेकिन इसकी मिठास सेहत को भारी नुकसान पहुंचाती है।
जलेबी डीप फ्राई होती है और ऊपर से शुगर सिरप में डूबी रहती है।
इसमें मौजूद ट्रांस-फैट और शुगर मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज़ और इंसुलिन रेज़िस्टेंस का बड़ा कारण हैं।
लगातार खाने से फैटी लिवर डिज़ीज़ का खतरा भी बढ़ सकता है।
4. समोसा – स्वाद के साथ अनहेल्दी फैट्स

समोसा – स्वाद के साथ अनहेल्दी फैट्स (Photo-Istock)
सुनहरी, करारी समोसे की क्रस्ट हमें लुभाती है, लेकिन यह रिफाइंड फ्लोर (मैदा) और डीप फ्राई ऑयल से बनी होती है।
इसमें मौजूद स्टार्च और अनहेल्दी फैट्स वजन बढ़ाते हैं।
समोसा बार-बार खाने से हार्ट डिज़ीज़, मोटापा और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
5. सुपारी (Areca Nut) – धीरे-धीरे जहर

सुपारी (Areca Nut) – धीरे-धीरे जहर (Photo-Istock)
भोजन के बाद सुपारी खाना आम बात है, लेकिन यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक है।
सुपारी को कैंसर-कारक (Carcinogenic) माना जाता है।
इसके नियमित सेवन से मुँह का कैंसर और मसूड़ों की बीमारियां हो सकती हैं।
सुपारी पाचन तंत्र पर भी असर डालती है और मेटाबॉलिक समस्याएं बढ़ाती है।
क्यों खतरनाक है बार-बार सेवन?
विशेषज्ञ मानते हैं कि इन चीज़ों को कभी-कभार खाना उतना नुकसानदायक नहीं है। लेकिन बार-बार सेवन से
वजन तेज़ी से बढ़ सकता है।
इंसुलिन रेज़िस्टेंस और ब्लड शुगर असंतुलन की समस्या हो सकती है।
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बिगड़ता है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह
सुमन अग्रवाल और अन्य पोषण विशेषज्ञ मानते हैं कि आज की जागरूकता कल की बीमारियों को रोक सकती है।
अपनी थाली में ताजे फल, सब्ज़ियां और साबुत अनाज शामिल करें।
तली-भुनी और प्रोसेस्ड चीज़ों का सेवन हफ्ते में एक-दो बार से ज्यादा न करें।
बच्चों और युवाओं को खासकर इन स्नैक्स से दूरी बनाने की आदत डालनी चाहिए।
कुल मिलाकर, स्वाद के चक्कर में इन फूड्स का ज़्यादा सेवन आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। थोड़ी सावधानी और बैलेंस्ड डाइट से आप डायबिटीज़, मोटापा और हार्ट डिज़ीज़ जैसी बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को उपलब्ध स्रोतों से सत्यापित करें।