लखनऊ के नाका इलाके के एक होटल में नए साल के पहले दिन एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत की खबर सामने आई। यह घटना होटल शरणजीत के कमरे नंबर 109 की है। इस दर्दनाक हादसे में मां और उनकी चार बेटियों की जान गई। पुलिस ने मामले में मृतका के बेटे अरशद को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, आगरा का यह परिवार लखनऊ घूमने आया था। 31 दिसंबर की रात परिवार के बेटे अरशद और पिता बदर ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
मौत का भयानक सच
अरशद ने पुलिस को बताया कि उसने पहले अपनी मां और बहनों को नशीला पदार्थ दिया। इसके बाद उनकी कलाई काटी और गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद, अरशद ने अपने पिता को रेलवे स्टेशन छोड़ा और खुद थाने जाकर अपना जुर्म कबूल कर लिया।
क्यों हुई ये हत्या?
प्रारंभिक पूछताछ में अरशद ने बताया कि परिवार लंबे समय से मानसिक और सामाजिक दबाव झेल रहा था। अरशद को यह डर था कि अगर उसके साथ कुछ हुआ तो उसकी मां और बहनें अकेली रह जाएंगी। इसी डर ने उसे यह भयावह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए।
डीसीपी रवीना त्यागी के अनुसार, हत्या में इस्तेमाल ब्लेड और अन्य सामग्री बरामद कर ली गई है। फिलहाल पिता बदर की तलाश जारी है।
समाज का गुस्सा और सवाल
इस हृदयविदारक घटना ने समाज में गहरा आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है। लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या दबाव था, जिसने एक बेटे को अपनी मां और बहनों की जान लेने पर मजबूर कर दिया।
विशेषज्ञों की राय
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी घटनाएं मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी का परिणाम हो सकती हैं। समाज को मानसिक तनाव से जुड़े मामलों पर ध्यान देना होगा।
यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है। हमें मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संबंधों की अहमियत को समझना होगा।